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देखिए वीडियो कैसे जोशीमठ में GPR और EVR तकनीक के ज़रिए भू-धंसाव का निरीक्षण कर रही विशेषज्ञों की टीम

नेशनल जियोफिजिकल इंस्टिट्यूट हैदराबाद की टीम ने जोशीमठ में GPR और EVR तकनीक के ज़रिए भू-धसाव के आंकड़े जुटाने शुरू कर दिया है। वीडियो में दिख रही ये लाल मशीन GPR है। जिससे ज़मीन के भीतर सोनार तरंगों से hard surface का पता लगाया जा रहा है। उम्मीद है हफ़्ते भर के भीतर ये रिपोर्ट सौंप देंगे

क्या होता है जीपीआर तकनीक

 

GPR  रडार एक ऐसी तकनीक है जो जमीन की सतह को भेदने के लिए विद्युत चुम्बकीय विकिरण के स्पंदों का उपयोग करती है, और मिट्टी या अन्य सामग्री में किसी भी विसंगतियों को प्रकट करने के लिए नीचे जाती है। भू-मर्मज्ञ रडार माइक्रोवेव बैंड आवृत्तियों का उपयोग करता है, आमतौर पर 10 मेगाहर्ट्ज से 1 गीगाहर्ट्ज तक

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