उत्तराखंड के चार धामों में से एक श्री यमुनोत्री के कपाट आज विधि विधान के साथ वेद मंत्रोच्चार के बीच खोल दिए गए हैं। आज वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अक्षय तृतीया के धार्मिक पर्व पर अपराहन 12:15 पर पूर्व में निर्धारित लग्न मुहूर्त के अनुसार यमुनोत्री के कपाट खोले गए। कपाट खुलने के मौके पर कोविड की गाइड लाइन के तहत सीमित संख्या में ही यमुनोत्री के उनियाल पुजारी गण, एसडीएम बड़कोट,और मंदिर व्यवस्था से जुड़े हुए लोग मौजूद थे।
श्री गंगोत्री के कपाट कल प्रातः 7:30 पर विधि विधान के साथ खुले जाएंगे । आज बाबा केदार की पंचमुखी डोली पंच केदार के गद्दी स्थल उखीमठ स्थित ओमकारेश्वर मंदिर से पूजा अर्चना के बाद केदारनाथ के लिए प्रस्थान कर चुकी है। केदारनाथ के कपाट 17 मई को खोले जाने हैं। वही भारत के चार धामों में से सर्वश्रेष्ठ धाम के रूप में प्रख्यात श्री बद्रीनाथ के कपाट 18 मई को प्रातः 4:15 ब्रह्म बेला में खोले जाने का मुहूर्त निश्चित है। इससे पूर्व कल बद्रीनाथ धाम के पुजारी समुदाय डिमरियों के मूल ग्राम डिम्मर से बद्रीनाथ धाम का तेल कालश गाडू घड़ा बद्रीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगा। डिम्मर से जोशीमठ पांडुकेश्वर होते हुए 17 मई को तेल कालश बद्रीनाथ धाम पहुंच जाएगा। तेल कलश बद्रीनाथ धाम डिमरी पुजारियों द्वारा पहुंचाया जाएगा। इस बीच बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदिरि, नायब रावल जोशीमठ पहुंच चुके हैं।