देहरादून: विधानसभा के मंगलवार से प्रारंभ होने जा रहे बजट सत्र के लिए धामी सरकार के मंत्री इन दिनों होमवर्क में जुटे हैं। सत्र के दौरान उठने वाले विषयों, प्रश्नों का तथ्यों व तर्कों के साथ प्रभावी ढंग से उत्तर देने के साथ ही संभावित अनुपूरक प्रश्नों के बारे में भी अधिकारियों के साथ मंथन किया जा रहा है।
उधर, भाजपा विधानमंडल दल की सोमवार को बैठक बुलाई गई है, जिसमें बजट सत्र के दौरान विपक्ष के हमलों का जवाब देने के मद्देनजर रणनीति तय की जाएगी। उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा का यह दूसरा सत्र है। मार्च में हुआ विधानसभा का पहला सत्र बेहद संक्षिप्त था। दो दिन के इस सत्र में सरकार ने लेखानुदान पारित कराया था और इस दौरान प्रश्नकाल भी नहीं हुआ था।
अब जबकि बजट सत्र 14 से 20 जून तक प्रस्तावित है तो स्वाभाविक रूप से इस दरम्यान विधायी व संसदीय कार्य तो ठीकठाक होंगे ही, विपक्ष भी प्रश्नकाल, शून्यकाल में तेवर दिखाते हुए विभिन्न विषयों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेगा।इस परिदृश्य के बीच यह आवश्यक है कि सदन में उठने वाले विषयों व प्रश्नों को लेकर सरकार के मंत्री अधिक सतर्क व सजग रहें। यही वजह भी है कि इन दिनों धामी सरकार के मंत्री अपने-अपने विभागों के अधिकारियों के साथ सत्र के लिए विधायकों द्वारा लगाए गए प्रश्नों के उत्तर और संभावित अनुपूरक प्रश्नों के संबंध में लगातार चर्चा कर रहे हैं।