देहरादून : विधानसभा चुनाव में धनबल का इस्मेताल रोकने के लिए फ्लाइंग स्क्वायड और स्टैटिक टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं। इनके साथ ही डायरेक्टोरेट जनरल आफ जीएसटी इंटेलीजेंस (डीजीजीआइ) की टीम भी सक्रिय है। जीएसटी इंटेलीजेंस देहरादून की टीम ने सहस्रधारा रोड स्थित एक बिल्डर के कार्यालय से 21.28 लाख रुपये जब्त किए।
जीएसटी इंटेलीजेंस के अधिकारियों के मुताबिक, सूचना मिली थी कि सहस्रधारा रोड पर रियल्टी स्टूडियो के कार्यालय में भारी मात्रा में नकदी रखी गई है। नकदी के चुनाव में प्रयोग की आशंका को देखते हुए टीम ने छापा मारा और सूचना सही पाई गई।
अधिकारियों के मुताबिक मौके पर 21.28 लाख रुपये पाए गए और उसे जब्त कर लिया गया। नकदी को लेकर रियल्टी स्टूडियो के संचालक संजीव तोमर और अतुल गुप्ता से पूछताछ की जा रही है। देर रात तक नकदी के स्रोत को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई थी।
केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में 10 लाख से अधिक की नकदी पकड़े जान की सूचना अनिवार्य रूप से आयकर विभाग को दी जानी है। लिहाजा, इस मामले में अब आयकर टीम भी जांच में जुट गई है। नकदी को लेकर रियल्टी स्टूडियो के संचालकों के रिटर्न व स्रोत को लेकर जांच की जा रही है।
वहीं, देर शाम को नकदी कोषागार के डबल लाक में रखवा दी गई थी। निर्वाचन टीमें अब तक जिले में 44.18 लाख रुपये से अधिक की नकदी पकड़ चुकी हैं। मंगलवार को पकड़ी गए रुपये अब तक की दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई है।