देहरादून: उत्तराखंड से बड़ी खबर है। उच्च शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य के 105 डिग्री कॉलेजों में सितंबर पहले सप्ताह से स्नातक तीसरे-छठे, स्नातकोत्तर चौथे सेमेस्टर की परीक्षा व विभिन्न कक्षाओं से प्रमोट किए गए छात्रों के प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू होनी है। ऐसे में एहतियात के तौर पर कॉलेजों के सभी छात्र-छात्राओं को कोरोना की वैक्सीन लगवानी होगी।
इतना ही नहीं, प्राध्यापकों और शिक्षणेतर स्टाफ को भी टीका लगवाना होगा। उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी कॉलेजों को अपने यहां वैक्सीनेशन कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं। डिग्री कॉलेजों में इन दिनों ऑफलाइन पढ़ाई नहीं हो रही है। छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन ही पढ़ाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के चलते निदेशालय ने प्राध्यापकों से भी कॉलेज में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा है। सभी प्राध्यापक कॉलेज से ही छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं।
इधर, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों से एक अक्तूबर से कक्षाओं का भौतिक रूप से संचालन करने व सितंबर में परीक्षाएं कराने को कहा है। बहुत संभव है कि इस बीच में प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। बहरहाल, कुमाऊं विश्वविद्यालय ने हाल ही में स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं की मुख्य और बैक परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी किया है। इसे देखते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय ने कॉलेजों से अपने यहां वैक्सीनेशन कैंप लगाकर प्रत्येक छात्र, शिक्षक और अन्य स्टाफ को अनिवार्य रूप से टीका लगवाने को कहा है।
उच्च शिक्षा के उप निदेशक डॉ. एनएस बनकोटी ने बताया, छात्रों के वैक्सीनेशन को लेकर सभी कॉलेजों को पत्र भेजा गया है। कहा गया है कि वे स्वास्थ्य विभाग से संपर्क स्थापित कर अपने यहां टीकाकरण कैंप का आयोजन करें। आगामी परीक्षाओं व अन्य गतिविधियों के मद्देनजर शत-प्रतिशत छात्र-छात्राओं का टीकाकरण होना जरूरी है।