राजनीति

मिशन रिस्पना से ऋषिपर्णा परिक्रमा शुरू करेंगेः त्रिवेंद्र

सरकार और जनसहभागिता से प्रदेश की नदियों की स्वच्छता के लिए जनजागरूकता बढ़ाएँगे

देवभूमि विकास संस्थान के तत्वावधान में आयोजित होंगे कार्यक्रम

देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और देवभूमि विकास संस्थान के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि रिस्पना समेत प्रदेश की सभी नदियों के पुनर्जीवन के साथ ही उन्हें प्लास्टिक कचरा मुक्त करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत टोलियों बनाकर मिशन रिस्पना टू ऋषिपर्णा परिक्रमा शुरू की जाएगी। सरकार और जनसहभागिता से प्रदेश की सभी नदियों को प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए समाज में जनजागरुकता बढ़ाने के लिए भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

यहां प्रिंस चौक स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देवभूमि विकास संस्थान पिछले करीब 15 साल से प्रदेश में रिस्पना सहित अन्य नदियों के पुनर्जीवन और उन्हें प्लास्टिक कचरा मुक्त करने से साथ ही स्वच्छ रखने के लिए कार्य कर रही है। रिस्पना नदी में स्वच्छता अभियान चलाकर हजारों टन प्लास्टिक कचरा निकाला गया। पालीथीन मुक्त अभियान के तहत लाखों कपड़े के थैलों को निशुल्क वितरण प्रदेश के सभी जिलों में किया गया। इस कार्य में सभी पर्यावरण प्रेमियों, सामाजिक संस्थाओं, धार्मिक संस्थाओं और अन्य कई संस्थाओं ने अपना सक्रिय सहयोग दिया।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष अभियान चलाकर प्रदेश के सभी जिलों में वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया गया। इसमें पीपल और बरगद के एक लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए। शिक्षा के क्षेत्र में 20 मेधावी बच्चों का चयन कर उन्हें तकनीकी और मेडिकल की शिक्षा में प्रवेश परीक्षा की कोचिंग दी गई। संस्थान लोक कला और लोक संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी कार्य कर रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रिस्पना टू ऋषिपर्णा कार्यक्रम के तहत लोगों में व्यापक चेतना जागृत हुई। उनके मुख्यमंत्री रहते हुए रिस्पना नदी में सीवर के करीब 79 नालों को टेप किया गया। अब रिस्पना में अधिकांश गंदे नालों को जाने से रोक दिया गया है। अब मोहल्लों में छोटी छोटी टोलियां बनाकर रिस्पना में गंदगी जाने से रोकने के लिए कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके बाद पूरे प्रदेश की नदियों को बचाने के लिए इसी तरह के जनजागरूकता के कार्यक्रम चलाएंगे। इसमें समाज के सभी वर्गों, पर्यावरण विदों, धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं तथा स्कूल के बच्चों का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए लोगों से संकल्प पत्र भी भरवाए जाएंगे। इसके लिए वे अपने स्तर से सरकार से बात कर उनका भी सहयोग लेंगे। देहरादून की रिस्पना को ऋषिपर्णा बनाने के लिए सौंग बांध को बनाने के लिए भी सरकार से अनुरोध करेंगे। ताकि उसका पानी रिस्पना में छोड़ा जा सके।

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