भगवद्कथा सुनने वालों को ही मिलता है वैकुण्ठ में प्रवेश
-शङ्कराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती
सभी देवताओं के अलग-अलग लोक बने हुए हैं जिनमें उनकी भक्ति 3करने वाले लोग पहुँचते हैं। जैसे शिव जी की भक्ति करने वाला कैलास में, देवी की भक्ति करने वाला मणिद्वीप में पहुँचता है ऐसे ही वैकुण्ठ यदि जाना हो तो केवल भक्ति से काम नहीं चलेगा। जो भगवान् की कथा सुनते हैं वे ही वैकुण्ठ लोक में जाते हैं।
उक्त उद्गार परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘1008’ ने आज विदुर कथा कहते हुए कही।
उन्होंने कहा कि संसार की कथा से वैकुण्ठ में प्रवेश नहीं हो सकता। सनत्कुमार सदा भगवान् की कथा का श्रवण करते रहते हैं। इसीलिए उनका वैकुण्ठ में निर्बाध प्रवेश था और जब एक बार जय-विजय ने रोक दिया तो उनको देवी लक्ष्मी जी के शाप को भोगना पडा था।
आगे कहा कि भगवान् को यह पसन्द नहीं आता कि व्यक्ति किसी और की भक्ति करे । इसीलिए वे कहते हैं *मन्मना भव* माने मेरे मन वाला हो जाओ। जो राग से भजता है उसे तो वे स्वीकार करते ही हैं लेकिन जो द्वेष से भजते हैं उसे भी वे मोक्ष प्रदान करते हैं। इसीलिए कहा गया है *रीझ भजो चाहे खीज।*
पूज्यपाद शङ्कराचार्य जी के प्रवचन के पूर्व —
आज की श्रीमद्भागवत कथा के मुख्य यजमान नितिन शर्मा साक्षी शर्मा एवं उनका परिवार रहा जिन्होंने पादुका पूजन भी किया
वही आज मंच पर भजनों की प्रस्तुती विष्णुप्रसाद गोठिया बरहेठा नारयण पटेल एवं उनकी टीम, के द्वारा भजनों की रंगारंग प्रस्तुति दी गई
प्रमुख रूप से, शंकराचार्य महाराज की निजी सचिव चातुर्मास्य समारोह समिति के अध्यक्ष *ब्रह्मचारी सुबुद्धानन्द जी, ज्योतिष्पीठ पण्डित आचार्य रविशंकर द्विवेदी शास्त्री जी, गुरुकुल संस्कृत विद्यालय के उप प्राचार्य पं राजेन्द्र शास्त्री जी, ब्रह्मचारी निर्विकल्पस्वरूप जी** आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। मंच का संयोजन *श्री अरविन्द मिश्र* एवं संचालन *ब्रह्मचारी ब्रह्मविद्यानन्द जी ने किया, परमहंसी गंगा आश्रम व्यवस्थापक सुंदर पांडे* ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पंडित अन्नू भैया सोहन तिवारी माधव शर्मा रघुवीर प्रसाद तिवारी राजकुमार तिवारी पंडित आनंद उपाध्याय बद्री चौकसे नारायण गुप्ता ,आशीष तिवारी प्रेम नारायण पाराशर , रामकुमार तिवारी, सत्येंद्र मेहरा अरविन्दपटेल ,अशोक,नवल सिंह,भरत,प्रहलाद,सोनू कपिल नायक सहित बड़ी संख्या में गुरु भक्तों की उपस्थिति रही हैै भागवत कथा आरती के उपरांत प्रसाद का वितरण किया गया
चातुर्मास्य के अवसर पर पूज्य शङ्कराचार्य जी महाराज का गीता पर प्रवचन प्रातः 7.30 से 8.30 बजे तक भगवती राजराजेश्वरी मन्दिर में होता होता है जिसका प्रसारण 1008.guru इस यू ट्यूब चैनल पर प्रतिदिन होता है।