देहरादून: बीजेपी से निष्कासित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत एक बार फिर कांग्रेस में वापसी करेंगे। खबर है कि हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति भी कांग्रेस ज्वाइन करेंगी। रावत अपनी बहू के साथ आज दिल्ली में पार्टी के बड़े नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामेंगे।
आपको बता दें कि रविवार को बीजेपी ने हरक सिंह रावत को बगावती तेवरों के चलते पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावत को कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था। रावत को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का निर्णय शनिवार को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में हुई भाजपा की उत्तराखंड इकाई की कोर ग्रुप बैठक के दौरान लिया गया था।
बीजेपी से निकाले जाने के बाद हरक सिंह रावत काफी भावुक भी नजर आए। उन्होंने आरोप लगाया की बीजेपी ने उनके साथ धोखा किया है। रावत ने कहा- अमित शाह ने अंतिम समय तक दोस्ती रखने का वादा किया था, मुझे इस बात पर फख्र है कि मैंने अमित शाह से दोस्ती निभाते हुए पार्टी नहीं छोड़ी बल्कि मुझे निकाला गया। टिकट की मांग के सवाल पर रावत ने कहा कि मैंने बीजेपी से ये कहा था कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता हूं। मेरी बहू अनुकृति को चुनाव लड़वा दें। उस समय प्रहलाद जोशी ने यही कहा था कि हम इस पर विचार करेंगे।
बीजेपी से निकाले जाने के बाद हरक सिंह ने ये भविष्यवाणी भी कर दी कि 10 मार्च को नतीजे आएंगे तो भाजपा सत्ता से बाहर होगी और कांग्रेस 40 सीटों के साथ सरकार बनाएगी। वहीं खुद के चुनाव लड़ने के सवाल पर रावत ने कहा कि वे कोटद्वार से चुनाव लड़ेंगे या कहीं और से ये कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी ही तय करेगी।
इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि रावत पार्टी पर उनके परिवार के सदस्यों को टिकट देने का दबाव बना रहे थे।धामी ने कहा- हमारी पार्टी में वो आए उन्होंने विकास के मामले में जो कहा हमने किया लेकिन हमारी पार्टी वंशवाद से दूर और विकास के साथ चलने वाली पार्टी है। कई बार उनकी कुछ बातों से हम असहज हुए। स्थितियां ऐसी हुई कि वो पार्टी पर दबाव बना रहे थे, जिसके बाद पार्टी ने ये निर्णय लिया। साथ ही अब एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा।