देहरादून: उत्तराखंड में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद सबके मन में सवाल है कि धामी चुनाव हार गए हैं तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा। हालांकि सीएम पद की रेस में डॉ. धन सिंह रावत और सतपाल महाराज का नाम चल रहा है लेकिन खबर है कि बीजेपी धामी को ही मुख्यमंत्री बना सकती है। इसके लिए धामी को किसी विधायक की सीट खाली करवाकर उपचुनाव लड़वाया जा सकता है या फिर किसी निर्दलीय विधायक को बीजेपी में शामिल कर उसकी सीट से भी उपचुनाव लड़वाया जा सकता है।
चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी के दो कद्दावर नेताओं के बयानों से इस बात को बल भी मिलता दिख रहा है। नतीजों के बाद दोनों ने उत्तराखंड में बीजेपी की जीत का श्रेय मोदी और धामी को दिया। उत्तराखंड में बीजेपी प्रदेश प्रबारी प्रह्लाद जोशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा- हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री 5- 6 महीने में स्थान बना लिया। लोगों ने पुष्कर जी का चेहरा सहर्ष स्वीकारा। 47 सीट तक पहुंच रहे हैं। दो तिहाई मेजोरिटी है। मोदी जी और धामी जी के नेतृत्व और नड्डा जी के मार्गदर्शन में नया इतिहास है। कोई पार्टी ने रिपीट नहीं किया था। धामी जी ने ये करके दिखाया है। जो वादा इस 7 महीनों में पार्टी ने और धामी जी ने किया है उसको पूरा करेंगे। जो कहा है लागू करेंगे ये वादा है।
वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने भी धामी की जमकर तारीफ की। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- बहुत कम समय में अपने व्यक्तित्व से सारे प्रदेश में लोगों के दिल में जगह बनाने वाले पुष्कर धामी के लिए तालियां बजाइए। मराठी में जब मुगलों की सेना हमला करने गई और मराठी सेनापति की मौत हो गई…तो शिवाजी ने कहा था सिंह गेला, गण आला। जीत हार चलती है पर पुष्कर धामी को बधाई हो जिम्मेदारी दी थी वो उन्होंने पूरा किया। मोदी है तो मुमकिन है ये साबित हो गया।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनता का धन्यवाद। सड़को, रेलवे, स्वास्थ्य में जो काम हुआ है ये डबल इंजिन सरकार की वजह से हुआ है। 60 लाख परिवारों में अन्न पहुंचाया। एक तरफ हमारा काम और दूसरी तरफ कारनामा करने वाले लोग। दो तिहाई बहुमत से जो सरकार बनी है उसमे काम करने वालों को तरजीह दी है। जनता ने आशीर्वाद दिया है सरकार बनवाई। मिथक था एक बार बीजेपी, एक बार कांग्रेस आती है। आज उत्तराखंड में नया इतिहास बना है। जो संकल्प लिया है पूरा करेंगे। यूनिफॉर्म सिविल कोड पर कमिटी बनाएंगे।
बहरहाल चुनावी नतीजों के बाद इस तरह के सवाल हर किसी के मन में हैं और इसको लेकर कयासबाजी का दौर भी जारी है, ऐसे में देखना रोचक होगा कि बीजेपी किसे मुख्यमंत्री बनाती है औऱ धामी को ही सीएम बनाती है तो फिर धामी किस सीट से किस परिस्थिति में उपचुनाव लड़ेंगे।