देहरादून: देहरादून में दो दिनों पहले बिंदाल पुल के पास एक युवती की लाश मिलने का मामला सुलझ गया है।युवती ने प्यार में धोखा खाने के बाद आत्महत्या की थी। पुलिस ने इस मामले में युवती के संपर्क में रहे फौजी से इस बारे में बात कर ली है।
दरअसल 29 अगस्त को बिंदाल पुल के पास एक युवती का शव मिला था। शव आकांक्षा मैंदोला का था। आकांक्षा उत्तराखंड जल विद्युत निगम लि. (यूजेवीएनएल) की संविदा कर्मी थी। पुलिस ने युवती के फोन कॉल्स की डिटेल्स निकाली। फोन कॉल्स डिटेल्स में एक नंबर पर दिन में 60 से 70 बार बात होने का पता चला। पता चला कि यह नंबर पपेंद्र सिंह निवासी मौगी, कैंपटी, जिला टिहरी गढ़वाल का है।
आकांक्षा और पपेंद्र की वर्चुअल मुलाकात इंस्टाग्राम पर दो साल पहले हुई थी। दोनों में लगातार बात होती रही है इसी दौरान दोनों के बीच प्यार लगातार बढ़ता रहा और बात शादी की कसमों तक पहुंच गई।
लेकिन इसी बीच पपेंद्र की शादी कई और तय हो गई और पपेंद्र ने आकांक्षा से रिश्ता खत्म करने का मन बना लिया। पुलिस की तहकीकात के मुताबिक घटना के दिन पपेंद्र छुट्टी लेकर देहरादून आया था और आकांक्षा से मिलने गया। रेंट पर एक स्कूटर लेकर दोनों घूमने गए। इस दौरान दोनों ने एक होटल में तीन घंटे बिताए। इसके बाद पपेंद्र ने आकांक्षा से शादी न कर पाने और रिश्ता कहीं और तय होने की बात बताई। इससे आकांक्षा बेहद दुखी हुई। इसके बाद पपेंद्र ने आकांक्षा को बिंदाल पुल के पास छोड़ा और वहां से निकल गया।
पपेंद्र के छोड़े जाने के बाद आकांक्षा घर नहीं गए और उसने कौलागढ़ क्षेत्र में एक हाईटेंशन लाइन के टावर के पास जाकर चुन्नी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।
वहीं पुलिस ने पपेंद्र को हिरासत में ले लिया है। शुरुआत में आकांक्षा के परिजनों की शिकायत में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन अब पुलिस ने पपेंद्र की गिरफ्तारी के बाद आत्महत्या का मुकदमा दर्ज किया है और पपेंद्र पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।