कोटद्वार: उत्तराखंड में कोटद्वार के पोखड़ा ब्लाक में बिजली के झूलते तार से करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों को तत्काल मुआवजा और एक व्यक्ति को ऊर्जा निगम में नौकरी देने की मांग की।
ग्राम प्रधान गडरी (कोलागाड) बीना देवी और उप प्रधान संगीता लखेड़ा ने बताया कि ग्राम सभा के ग्राम गौखंड निवासी हरीश कुमार (55) शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे अपने घर से दो बैलों को लेकर रिखणीखाल ब्लाक स्थित अपनी पुत्री के ससुराल कोटनाली जा रहे थे। घर से 6-7 किलोमीटर दूर कोलाखाल-बडोलगांव मोटर मार्ग पर जजेड़ी गांव के छौंकियाल तोक में झूलते बिजली के तार से उन्हें करंट लग गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
करंट इतना तेज था कि मृतक के बाएं हाथ की चार उंगलियां जल गईं। इसी दौरान घास काटने गई महिलाओं ने हरीश कुमार के शव को देखकर ग्रामीणों को सूचित किया। मौके पर पहुंचे राजस्व उपनिरीक्षक डबल सिंह रावत ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पोखड़ा चिकित्सालय भेज दिया।
क्षेत्र पंचायत प्रमुख पोखड़ा प्रीति देवी, जिला पंचायत सदस्य हेमलता रावत, ग्राम प्रधान गडरी (कोलागाड) बीना देवी और उप प्रधान संगीता लखेड़ा आदि ने मृतक के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने और एक आश्रित को विभाग में नौकरी देने की मांग की। ऊर्जा निगम पौड़ी के अधिशासी अभियंता अभिनव रावत ने बताया कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों को मुआवजे की कार्रवाई की जाएगी।
क्षेत्रीय विधायक एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने घटना पर शोक जताते हुए ऊर्जा निगम की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने जिलाधिकारी को पोखड़ा चिकित्सालय में ही मृतक का पोस्टमार्टम करने, परिजनों को मुआवजा देने और मामले की जांच के निर्देश दिए।