देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस की कमान अब गणेश गोदियाल के हाथों में हैं। कल जब गणेश अपना कार्यभार संभालने के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे तो उससे पहले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा जबरदस्त उत्साह दिखाया गया और एयरपोर्ट से लेकर कांग्रेस भवन में तक उनका जोरदार स्वागत हुआ।
लेकिन जब वह कांग्रेस भवन पहुंचे और मंच पर तमाम नेताओं ने अपने अपने वक्तव्य रखा तो कांग्रेस में गुटबाजी साफ तौर पर देखने को मिली। सबसे पहले जब गणेश गोदियाल एयरपोर्ट से कांग्रेस भवन तक अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए पहुंचे तो दूसरी ओर प्रीतम सिंह और रंजीत रावत समेत तमाम नेता दूसरी तरफ से शक्ति प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस भवन पहुंचे। मानो ऐसा लग रहा था जैसे यह प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल का शक्ति प्रदर्शन हो।
वही जब कांग्रेस के मंच पर शेरो शायरी से एक दूसरे पर तंज कसे जा रहे थे तो बाहर कार्यकर्ताओं नारेबाजी को लेकर आपस में भिड़ गए। हालांकि बाद में बीच-बचाव के लिए पुलिस को बीच में आना पड़ा और इन कार्यकर्ताओं को खदेड़ना पड़ा। आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के समर्थकों में मंगलवार को कांग्रेस भवन के गेट पर नारेबाजी करने को लेकर लात-घूंसे चल गए। दरअसल हुआ यूं की दोपहर करीब साढ़े तीन बजे प्रीतम सिंह को उनके समर्थक युवा कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारी कंधे पर बिठाकर राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन की ओर नारेबाजी करते हुए आ रहे थे। उसी समय कांग्रेस भवन के गेट के बाहर युवा कांग्रेस हरिद्वार ग्रामीण के पदाधिकारियों ने हरीश रावत जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए।
प्रीतम सिंह के समर्थक पार्टी कार्यालय के गेट के पास पहुंचे तो हरीश रावत के समर्थक उनके बीच घुसकर नारेबाजी करने लगे। जो की प्रीतम सिंह के समर्थकों को यह नागवार गुजरा। उन्होंने युवा कांग्रेस हरिद्वार ग्रामीण के प्रदेश महामंत्री परवेज आलम और उनके एक दर्जन समर्थकों को पीट दिया। पुलिस ने बीच बचाव कराया तब मामला शांत हुआ। इसके बाद चंद मिनटों बाद प्रीतम सिंह मंच पर पहुंच गए।युवा कांग्रेस नेता विनीत कुमार बंटू और रोबिन त्यागी ने बताया कि कुछ कार्यकर्त्ता जबरन बीच में घुसकर नारेबाजी कर रहे थे। मना करने पर वह जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद हाथापाई की नौबत आई और झड़प हुई। युवा कांग्रेस में अनुशासन तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
हो ना हो या कोई कुछ भी कहे कांग्रेस की गुटबाजी कभी ना कभी, किसी ना किसी रुप में सामने आ ही जाती है। हरदा प्रीतम के बीज रार साफ देखी जा सकती है। दोनों एक साथ बहुत कम ही नजर आते हैं और नजर आ भी जाएं तो एक दूसरे से नजरें भी चुराते हैं। ऐसे में कांग्रेस कैसे 2022 की जीत को हासिल करेगी और पार्टी हाईकमान और उत्तराखंड कांग्रेस जाने।