चमोली : हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट दोपहर डेढ़ बजे बंद किए गए। सभी तैयारियां भी पूरी ली गई हैं। इस अवसर पर होने वाली अंतिम अरदास में हिस्सा लेने के लिए बहुत से श्रद्धालु घांघरिया पहुंच चुके हैं।
कपाट बंद होने की प्रक्रिया सुबह 9 बजे से सबद-कीर्तन के साथ शुरू हुई। कार्यक्रम दोपहर 12 बजे तक चला। दोपहर साढ़े 12 बजे इस साल की अंतिम अरदास हुई और इसके बाद दोपहर एक बजे गुरुग्रंथ साहिब का हुकुमनामा लिया गया। फिर गुरु ग्रंथ साहिब को पंजाब के आए विशेष बैंड की धुन के साथ पंज प्यारों की अगुआई में दरबार साहिब से सचखंड साहिब के गर्भगृह में ले जाया गया। ठीक डेढ़ बजे धाम के कपाट बंद कर दिए गए।
विदित हो कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट 18 सितंबर को खोले गए थे। बावजूद इसके अब तक 10300 श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेक चुके हैं