देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष की नेता डॉ. इंदिरा हृदयेश का रविवार को नई दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 80 वर्षीय वरिष्ठ कांग्रेस नेता पार्टी बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली आई थी और वह उत्तराखंड सदन में ठहरी हुई थीं। उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष दिवंगत इंदिरा हृदेश को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली से सीधे हल्द्वानी पहुंचे, मुख्यमंत्री ने इंदिरा हृदयेश के आवास पर उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कहा कि इंदिरा जी का जाना प्रदेश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है सरकार उनके कामों को आगे बढ़ाएगी उत्तराखंड में ही नहीं उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी उनका अहम योगदान रहा है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इंदिरा के विजन को आगे बढ़ाया जाएगा क्योंकि वह मुझे हमेशा छोटे भाई की तरह मानती थी और सरकार उनके नाम से जरूर कुछ करेगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा जी के अधूरे कामों को सरकार आगे बढायेगी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ सांसद अजय भट्ट और कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, रेखा आर्य, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय सहित सभी पार्टियों के नेता मौजूद रहे।
सोमवार सुबह नौ बजे स्वराज आश्रम लाकर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इसके बाद सुबह दस बजे स्व. इंदिरा हृदयेश की अंतिम यात्रा शुरू हो गई। चित्रशिलाघाट रानीबाग में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।