
ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य जी महाराज ने संगम स्थल पर आज माघ पर्व सन्देश जारी किया। उन्होंने समस्त सनातनधर्मियों को प्रयागराज से जारी कर सभी को अपने सन्देश मे प्रयागराज का माहात्म्य और पूज्य पुरुषों के अपमानजनक दृष्यों को देखने पर लगने वाले पाप से बचने की बात कही।
ज्योतिर्मठ को मिले चार नये ब्रह्मचारी
प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी श्री शंकराचार्य शिविर में नैष्ठिक ब्रह्मचर्य की दीक्षा सम्पन्न हुई।
परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती महाराज ने चार विरक्त लोगों को ब्रह्मचर्य की दीक्षा दी।
सर्वप्रथम प्रायश्चित्त रूपक क्षौर कर्म कराया गया इसके बाद इनके पुराने नाम को बदलकर नया नाम दिया गया। गोरखपुर के दुर्गेश तिवारी का नाम परमानन्द ब्रह्मचारी, बगासपुर मध्य प्रदेश के घनश्याम गौतम जी का नाम मुक्तानन्द ब्रह्मचारी, महेश चन्द्र जी का नाम अभयानन्द ब्रह्मचारी और राम कुमार जी का नाम बदलकर रामभवानन्द ब्रह्मचारी नाम दिया
ज्ञातव्य हो कि शंकराचार्य जी महाराज ने संकल्पपूर्वक संगम में स्नान किया और विलासपुर छत्तीसगढ के लिए रवाना हुए।
पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज आगामी 2 फरवरी 2023 तक छत्तीसगढ प्रवास पर रहेंगे ।