श्री बदरीनाथ/श्रीकेदारनाथ धाम: पीएमओ कार्यालय से तीन सदस्यीय टीम ने केदारनाथ पहुंचकर पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशासन व कार्यदायी संस्था के अधिकारियों व प्रशासन से कार्यों की जानकारी भी मांगी। इसके बाद उन्होंने बदरीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत होने पर कार्यों का भी जायजा लिया।
बृहस्पतिवार सुबह 8.30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार भाष्कर खुल्बे, पीएमओ कार्यालय में कार्यरत उप सचिव मंगेश घिल्डियाल व उत्तराखंड के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे। डीएम मनुज गोयल ने हेलीपैड पर तीनों अधिकारियों की अगवानी की। अधिकारियों ने धाम में चल रहे द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
उन्होंने पहले चरण में निर्माणाधीन आदिगुरु शंकराचार्य समाधिस्थल के कार्य को समय से पूरा करने को कहा। साथ ही अन्य कार्यों के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। डीएम मनुज गोयल ने बताया कि इस यात्राकाल में कई कार्य पूरे हो जाएंगे। करीब डेढ़ घंटे केदारनाथ में रहने के बाद तीनों अधिकारी सुबह 10 बजे हेलीकॉप्टर से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हो गए थे।
उन्होंने शेषनेत्र झील, बदरीनाथ बाईपास मार्ग, भीम पुल, माणा गांव का भ्रमण किया। प्रधानमंत्री के सलाहकार भाष्कर खुल्बे ने कहा कि बदरीनाथ धाम के पौराणिक स्वरूप से कोई छेड़छाड़ किए बिना मास्टर प्लान के तहत कार्य होंगे। शेषनेत्र से बदरीनाथ धाम तक आस्था पथ का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने जिलाधिकारी हिमांशु खुराना को कार्यों की निगरानी के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली में कार्यरत उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने मई 2017 से मई 2020 तक रुद्रप्रयाग में बतौर डीएम रहते हुए केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों धरातल पर उतारने में अहम भूमिका निभाई। 20 अक्तूबर 2017 को पीएम मोदी ने केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया था। उसके बाद से डीएम घिल्डियाल समय-समय पर कार्यों के लिए निरीक्षण के लिए केदारनाथ का दौरा करते रहे।