देहरादून: सहकारिता सचिव व राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा है कि अधिकारी विकास योजनाओं के बारे में जो कार्य कर रहे हैं उन्हें हर दिन ट्वीट करें। भेड़ बकरी तथा मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों की आज बुधवार को समीक्षा बैठक में सचिव डॉ पुरुषोत्तम ने कहा कि अधिकारी सप्ताह भर का चार्ट बनाएं। सप्ताह में क्या-क्या काम किए गए हैं उन कार्यों को हर दिन विभाग के ट्यूटर हैंडल में डाले और मंत्री, एनसीडीसी और सचिव सहकारिता को टैग करें।
राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना इन दो विभागों को न्याय पंचायत और गांव स्तर पर विकास के लिए फंडिंग दे रहा है। सचिव ने कहा कि सभी विभागों की एक वेबसाइट बनाई जाए और उसमें हर तरह की सचित्र एक्टिविटी डाली जाये। भेड़ बकरी के परियोजना निदेशक डॉ अवनीश आनंद ने बताया कि राज्य के 5 जिलों अल्मोड़ा , बागेश्वर, चमोली , पौड़ी , रुद्रप्रयाग में गोट वैली की स्थापना की जा रही है। यहां किसान 25 – 25 बकरियां रख सकेंगे। सचिव डॉक्टर पुरुषोत्तम ने कहा कि गोट वैली की जो बड़े स्ट्रक्चर बनने हैं उसमें नाबार्ड की मदद ली जाए और कृषि नवाचार फंड में परिवर्तन कर इन्हें बनाया जाय।
मत्स्य विभाग के परियोजना निदेशक श्री पुरोहित ने कहा कि 7 सहकारी समितियां प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से जोड़ दी गई है हरिद्वार में 3 तालाबों की खुदाई का कार्य चल रहा है। सचिव सहकारिता डॉ पुरुषोत्तम ने कहा कि ट्राउट फिश का मार्केट में प्राइज ज्यादा है इसको कम करने के लिए आप लोग क्या कर रहे हैं। उन्होंने एक दक्ष मत्स्य निरीक्षक की परियोजना कार्यालय में ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वह अब तक परियोजना की 10 समीक्षा बैठक ले चुके हैं। हर किसी कर्मचारी और अधिकारी को काम करना होगा। योजनाओं का फील्ड विजिट कर भौतिक सत्यापन किया जाएगा। हर सप्ताह समीक्षा बैठक होगी। नए सप्ताह में बताना पड़ेगा कि, पिछले सप्ताह क्या कार्य किया गया है।