देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री व डोईवाला के विधायक त्रिवेंद्र् सिंह रावत ने सोमवार को अपना 61 वां जन्मदिवस हजारों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ मनाया। कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने रक्तदान शिविर के माध्यम से करीब 70 यूनिट से अधिक रक्त संग्रहित किया। महायज्ञ कर प्रदेश के हर नागरिक की सुख समृद्धि की कामना की।
वरिष्ठ नागरिकों और बुजुर्गों का सम्मान कर उनकी दुआएँ लेकर प्रदेश के हर क्षेत्र के विकास का संकल्प लिया। इस मौके पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने प्रदेश के नागरिकों और खासकर युवा पीढ़ी से अंगदान के लिए आगे आने का आह्वान किया। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सुबह अपने डिफेंस कालोनी स्थित आवास में परिजनों के साथ यज्ञ किया। इस मौके पर प्रदेश की खुशहाली और हर नागरिक के सुख -समृद्धि की कामना की।
त्रिवेंद्र सिंह रावत को बधाई देने वाले कार्यकर्ताओं और समर्थकों का उनके आवास पर सुबह से ही तांता लगा रहा। इसके पश्चता जोगीवाला रिंग रोड स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित रक्तदान शिविर में पूर्व मुख्यमंत्री ने रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। शिविर में करीब 70 यूनिट से अधिक रक्त का संग्रह किया गया।
इसके बाद पंडित नत्थीलाल उनियाल की टीम की ओर वेडिंग प्वाइंट के प्रांगण में महायज्ञ का आयोजन किया। जिसमें त्रिवेंद्र के साथ कई दर्जाधारियों, पूर्व दर्जा मंत्रियों, मेयर, पार्टी पदाधिकारियों ने पूर्ण आहुति में भाग लिया। महायज्ञ में प्रदेश की खुशहाली के साथ ही जनकल्याण, सर्व कल्याण के साथ ही पर्यावरण को शुद्ध रखने का संकल्प लिया गया। तत्पश्चात हजारों समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने त्रिवेंद्र को जन्मदिन की शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया और उनके सुखी व सफल राजनीतिक-सामाजिक जीवन और दीर्घायु की कामना की।
इस मौके पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से उम्मीद की कि उनका प्यार और आशीर्वाद उन्हें हमेशा मिलता रहेगा। इस मौके पर उन्होंने सीडीएस स्वर्गीय बिपिन सिंह रावत और उनके साथ हेलीकाप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सभी जांबाजों और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि सीडीएस जनरल रावत एक असाधारण सैनिक थे। उन्होंने अपनी सैन्य सेवा के दौरान हमेशा सीमांत इलाकों में सेवा को प्राथमिकता दी। देश और भारतीय सेना के लिए उनका जाना अपूर्णीय क्षति तो है ही, उत्तराखंड के लिए उससे भी बड़ा सदमा है। जिसकी भरपाई शायद ही कभी हो सकेगी। सीडीएस जनरल रावत हमेशा हर उत्तराखंडी के दिल में जीवित रहेंगे।
उन्होंने कहा कि वे हमेशा अपने जन्मदिन पर रक्तदान शिविर और वृक्षारोपण का आयोजन करते हैं। रक्तदान के लिए युवा जिस तरह से बढ़चढ़कर भाग लेते हैं उससे हमारे प्रदेश में कभी रक्त की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आज समय बदल रहा है। रक्तदान से भी बढ़कर अब अंगदान करने की जरूरत महसूस की जा रही है। हमें अब अंगदान के लिए आगे आना चाहिए। इसमें आई डोनेशन महत्वपूर्ण हैं। यदि हम अपनी आँखे किसी को डोनेट करते हैं उससे वह इस दुनिया को देख सकता है। इसके बाद कार्यक्रम में हजारों बुजुर्ग और वरिष्ठ जनों को उनके स्थान पर जाकर पूर्व मुख्यमंत्री ने शाल और छड़ी देकर सम्मानित किया।