देहरादून : शिक्षा के हब बन चुके दून से हमेशा बेहतर स्वच्छता की उम्मीद की जाती है। और फिर सीएम से लेकर तमाम मंत्री विधायक और पुलिस अधिकारी का आवास यहां है तो इसमे कोई दो राय नहीं कि स्वच्छता, सड़क और तमाम व्यवस्था यहां अधूरी होगी। हालांकि, यह और बात है कि देश के स्वच्छ शहरों की रैकिंग में दून अभी तक अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाया है। कभी नगर निगम के स्तर पर तो कभी नागरिकों के स्तर पर कमी रह गई। इस दफा नगर निगम ने व्यवस्थाओं में काफी सुधार किया। यही वजह रही कि दून ने स्वच्छता रैंकिंग में एक लंबी छलांग लगाई है और 100 स्वच्छ शहरों में शामिल हो गया है। इस बार शहर को 82वीं रैंक मिली है जो की उत्तराखंड के लिए अच्छी खबर है।
बता दें कि देहरादून में ही सीएम आवास से लेकर तमाम मंंत्री विधायकों के आवास हैं और तमाम मुख्यालय भी यही हैं। इसके मद्देनजर दून में सफाई के मामले में पीछे रहा बनता नहीं है। क्योंकि जिम्मेदार मंत्री विधायक और अफसर यहीं रहते हैं। आपको बता दें कि राज्य की बात करें तो उत्तराखंड में दून पहले स्थान पर है। आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दिल्ली में स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के परिणाम जारी करेंगे।
आपको बता दें कि पिछले दो साल के स्वच्छता सर्वे के आंकड़ों पर नजर डाले तो साल 2019 में दून 384वें नंबर जबकि साल 2020 में 124वें नंबर पर रहा। इस बार नगर निगम ने छलांग मारी और इस बार शहर को 82वीं रैंक मिली है जो की उत्तराखंड के लिए अच्छी खबर है।
नगर निगम रैंक
देहरादून 82
रुड़की 101
रुद्रपुर 257
हल्द्वानी 281
हरिद्वार 285
काशीपुर 342