चमोली: चार महीने के बाद आज से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। शनिवार को बदरीनाथ धाम में श्रद्धालु तड़के ही दर्शन के लिए पहुंचे। सुबह 5 बजे से साढ़े 9 बजे तक करीब डेढ़ सौ श्रद्धालुओं ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। अभी भी भक्तों के आने का सिलसिला जारी है। धाम में महाराष्ट्र, मुंबई, राजस्थान और अजमेर सहित कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे हैं।
चारधाम में दर्शन करने वाले यात्री प्रसाद नहीं चढ़ाएंगे। साथ ही तिलक भी नहीं लगेगा। मंदिर में मूर्तियों और घंटियों को छूने, तप्त कुंडों में स्नान पर प्रतिबंध रहेगा। केदारनाथ धाम में एक समय में छह यात्री ही सभामंडप से दर्शन कर सकेंगे। गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं होगी। बदरीनाथ में रोज 1000, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में अधिकतम 400 लोग रोज दर्शन कर सकेंगे।
चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को धामों में ज्यादा दिन ठहरने की अनुमति नहीं होगी। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए चारधामों में भीड़ पर नियंत्रण रहेगा। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में जारी ई-पास पर मात्र एक रात ठहरने की अनुमति होगी।