देहरादून: उत्तराखंड भर्ती घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। एसटीएफ ने लखनऊ से प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी को गिरफ्ताार किया है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से बीते साल दिसंबर में कराई गई स्नातक स्तरीय परीक्षा (बीपीडीओ) के पेपर लीक में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह भी आयोग को तकनीकी मदद देने और प्रिंटिंग करने वाली आरएमएस कंपनी का कर्मचारी है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार यूकेएसएसएससी परीक्षा लीक के तार लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस से जुड़ रहे हैं। एसटीएफ ने लखनऊ से परीक्षा लीक से संबंधित कई साक्ष्य और सबूत के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि मामले में पहले से गिरफ्तार जयजीत और मनोज जोशी की मंगलवार को पुलिस को रिमांड मिली। उनसे पूछताछ के बाद एसटीएफ ने लखनऊ स्थित आरएमएस टैक्नो साल्यूशन में दबिश दी। वहां से परीक्षा के गोपनीय कामों में शामिल रहे आरोपी अभिषेक वर्मा को गिरफ्तार किया गया। बता दें कि इस फर्म के जयजीत को पूर्व में एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। दोनों पेपर लीक में शामिल बताए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने बीते 4-5 दिसंबर को स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा कराई थी। इसमें अलग-अलग विभागों के 13 श्रेणी के 854 पदों के लिए हुई परीक्षा में 1.60 लाख युवा बैठे। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद इसमें फर्जीवाड़ा सामने आया। बीते शुक्रवार को केस दर्ज कर रविवार को एसटीएफ ने छह आरोपी गिरफ्तार किए। इसमें पेपर निकालने वाला यूनिवर्सिटी में तकनीकी सर्विस देने वाली कंपनी का कर्मचारी जयजीत दास है। उसने पेपर के 80 प्रश्न आउट कराने के लिए 60 लाख रुपये लिए। इसके बाद अन्य पांच आरोपियों ने परीक्षार्थी तलाश कर उन्हें पेपर में आने वाले प्रश्न बताकर पास करवाया है।