उत्तराखंड से बड़ी खबर: युवाओं को सरकार ने दी बड़ी राहत, आदेश जारी
देहरादून: टीईटी पास 40 हजार युवाओं को सरकार ने बड़ी राहत दी है। टीईटी प्रमाणपत्र की मान्यता के अवधि को राज्य में सात साल से बढाकर आजीवन कर दिया गया है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं। इस आदेश के बाद अब सभी को फिर से संशोधित प्रमाणपत्र जारी किया जायएगा।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने पहले ही टीईटी प्रमाणपत्रों मान्यता सात साल के लिए तय की थी। पिछले दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की सहमति मिलने पर एनसीटीई ने इन प्रमाणपत्रों की वैधता अवधि बढ़ाकर आजीवन कर दी। साथ ही राज्य सरकारों को भी निर्देश जारी कर इस व्यवस्था को लागू करने को कहा गया। तकरीबन पखवाड़े भर से चल रही मशक्कत और राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद शासन ने आदेश जारी कर दिया।
यूटीईटी परीक्षा प्रथम व द्वितीय को पास करने वाले सभी अभ्यर्थियों को मिलेगा। प्रमाणपत्र वैधता की अवधि पूर्वगामी प्रभाव की तिथि 11 फरवरी, 2011 से लागू मानी जाएगी। इस संबंध में उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद, रामनगर उन सभी अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाणपत्रों का दोबारा सत्यापन करेगा, जिनके प्रमाणपत्रों की वैधता अवधि वर्तमान में सात वर्ष पूरी हो चुकी है।