उत्तराखंड में सारी भर्ती एजेंसियां नाकाम आखिर किस पर करें भरोसा
लोक सेवा आयोग की इंजीनियर भर्ती में भी नकल की पुष्टि होने के बाद उत्तराखंड में भर्ती एजेंसियों की साख 0 पर पहुंच गई है अब उत्तराखंड में कोई भी भर्ती एजेंसी नहीं बची जिस पर संगीन आरोप ना लगे हो ऐसे में युवा आखिर भरोसा करें तो किस पर
यूके ट्रिपलएससी गठन से पहले सरकारी भर्ती उत्तराखंड तकनीकी शिक्षा परिषद रुड़की कराती थी लेकिन एजेंसी की भर्तियों में पारदर्शिता का अभाव रहा लगातार उठते सवालों को चलते ही सरकार ने 2014 में समूह ग की भर्तियों के लिए यूके ट्रिपल एससी का चयन किया लेकिन नई एजेंसी भी 2016 में वीपीडीओ के रूप में पहली बड़ी भर्ती में ही फेल हो गई इस प्रकरण में 7 साल बाद तत्कालीन अध्यक्ष सचिव और परीक्षा नियंत्रक तक जेल में बंद है लोक सेवा आयोग के पटवारी भर्ती के बाद इंजीनियर भर्ती परीक्षा में भी घपला सामने आया है
ऐसे में उत्तराखंड का बेरोजगार युवक पूछ रहा है सरकार हम किस पर भरोसा करें
हां इतना जरूर है कि पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में ही यह सारी गड़बड़ियां उजागर हुई हैं इसमें सरकार की पारदर्शिता और बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई हो रही है ।
सरकार परीक्षाओं में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए संकल्पित दिख रही है लेकिन उत्तराखंड में यह हाल हो गए हैं कि जिस परीक्षा में भी हाथ डाला जा रहा है वहीं पर घपला उजागर हो रहा है अब देखना होगा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैसे इस नकल के सिंडिकेट को खत्म करने में कामयाब हो पाते हैं क्योंकि सरकार नकल विरोधी सख्त कानून लाने की तैयारी कर रही है।