देहरादून: देश को नया सीडीएस मिल गया है। ले. जन (रि.) अनिल चौहान को देश का नया सीडीएस बनाया गया है। अनिल चौहान पौड़ी के रहने वाले हैं। वो देश के दूसरे सीडीएस होंगे। आपको बता दें कि देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत के निधन के बाद से ही सीडीएस का पद खाली था।
ले. जन (रि.) अनिल चौहान सैन्य सेवा से सेवानिवृत हो चुके हैं। वो पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने मुकुंद नरवणे के आर्मी चीफ बनने के बाद सितंबर 2019 में अपना कार्यभार संभाला था। वो DGMO के तौर पर भी काम कर चुके हैं। बतौर डीजीएमओ वह ‘ऑपरेशन सनराइज’ के मुख्य शिल्पी थे जिसके तहत भारतीय और म्यांमार सेना ने दोनों देशों की सीमाओं के पास उग्रवादियों के विरूद्ध समन्वित अभियान चलाया। वो बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की योजना से भी जुड़े रहें हैं।
ले. जन (रि.) अनिल चौहान 1981 में 11 गोरखा राइफल्स में कमीशंड हुए थे। उन्हें जम्मू और कश्मीर में और भारत के पूर्वी हिस्सों में आतंकवाद विरोधी अभियानों का अहम हिस्सा रहें हैं। इसके साथ ही वो संयुक्त राष्ट्र के मिशन अंगोला में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं।
सेवा काल के दौरान ले. जन (रि.) अनिल चौहान को परम विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडर और सेना मेडल से नवाजा गया है। वो 31 मई 2021 को सेवानिवृत्त हुए थे। बताते हैं कि लेफ्टिनेंट जनरल चौहान के पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ रहने के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र में उग्रवाद में बड़ी गिरावट आई, जिसके फलस्वरूप कई पूर्वोत्तर राज्यों में सेना की तैनाती में भी कमी आई। ले. जन (रि.) अनिल चौहान पौड़ी के राजपूत परिवार से आते हैं।