उत्तराखंडपॉलिटिकल

PM मोदी के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे, उत्तराखंड के बने ओएसडी

देहरादून: पीएम मोदी के सलाहकार रहे भास्कर खुल्बे को स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर बनाया गया है. वह केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी करेंगे. खुल्बे इन परियोजनाओं के लिए राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वयक की भूमिका निभाएंगे. उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने ट्वीट कर बताया कि उत्तराखंड सरकार ने भाष्कर खुल्बे को विशेष कार्याधिकारी नियुक्त किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार रहते भास्कर खुल्बे केदारनाथ और बदरीनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी करते रहे हैं. वे कुछ दिनों से उत्तराखंड प्रवास पर थे. इस दौरान खुल्बे ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू से शिष्टाचार भेंट की थी.इन मुलाकातों के बाद सचिवालय के गलियारों में भाष्कर खुल्बे को प्रदेश सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया था. मंगलवार दिनभर यह चर्चा गर्म थी कि उन्हें उत्तराखंड में रहते हुए पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी दी जा सकती है. देर शाम उन्हें पर्यटन विभाग में ओएसडी बनाए जाने के आदेश भी जारी हो गए.

भास्कर खुल्बे ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर से 1979 में जूलॉजी से एमएससी की थी. भाष्कर का चयन भारतीय सेना में अधिकारी के पद के लिए हो गया था. उन्होंने छह मही तक ट्रेनिंग भी की. लेकिन मेडिकल कारणों से उन्हें वापस आना पड़ा था. खुल्बे ने जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण की. प्रोफेसर जेएस बिष्ट के निर्देशन में पीएचडी शुरू कर दी थी. 1982 में उनका चयन इंडियन फॉरेस्ट सर्विसेज के लिए हो गया था. इसमें वह अखिल भारतीय स्तर पर तीसरे स्थान पर रहे थे. आईएफएस की ट्रेनिंग के दौरान भी वे पढ़ाई में लगे रहे. अंतत: उनका चयन आईएएस में हो गया. उनकी योग्यता को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान उन्हें पीएमओ में महत्वपूर्ण पोस्टिंग दी गई थी. भाष्कर मध्यमवर्गीय परिवार से हैं. उनका परिवार नैनीताल में तल्लीताल में लक्ष्मी कुटीर के निकट रहता था. उनके पिता ख्यालीराम खुल्बे कांट्रेक्टर थे और उनके दो भाई नवीन व जीवन बैंक अधिकारी थे.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button