देहरादून: उत्तराखंड का संगीत जगत के लिए बुरी खबर है। पहाड़ी अ-कापेला, नंदू मामा की स्याली, ऊडांदू भौंरा जैसे गीतों को लोगों के बीच लाने वाले गुंजन डंगवाल की सड़क हादसे में मौत हो गई है। यह हादसा पंचकूला में हुआ। इस खबर के सामने आने के बाद उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। उत्तराखंड के बेहतरीन म्यूजिक डायरेक्टर गुंजन डंगवाल किसी प्रोजेक्ट के सिलसिले में पंचकूला गए थे। उन्होंने इस संबंध में सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी। काफी कम वक्त में गुंजन ने अपनी कला से पहचान स्थापित कर ली थी। गुंजन पहाड़ी अ-कपेला 3 पर काम कर रहे थे। उनकी मौत की खबर ने उत्तराखंड फिल्म व संगीत जगत को हिलाकर रख दिया है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धाजंलि रहे हैं।
गुंजन डंगवाल के हादसे ने 2018 में दिवंगत संगीतकार पप्पू कार्की की याद दिला दी। वह भी किसी कार्य से ही लौट रहे थे , सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। उत्तराखंड के लोकगीतों को दुनिया के बीच लाने का काम उन्होंने किया था। पप्पू की मौत 9 जून 2018 को एक सड़क हादसे में हुई थी और गुंजन भी जून माह में ही चले गए। गुंजन डंगवाल और पप्पू कार्की ने युवाओं को संगीत की दुनिया में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। इसे आप दुर्भाग्य ही कहेंगे कि अल्पआयु में दोनों दुनिया छोड़कर चले गए, जिनके आगे एक उज्जवल भविष्य था।