जन आगाज ब्यूरो
देहरादून। बीते रोज भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड के दो सीमांत जिलों के बीच जोड़ने वाले सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग की घोषणा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उत्तराखंड का सीमांत जिला चमोली जहां भारत चीन सीमा से सटा हुआ है वहीं पिथौरागढ़ चीन व नेपाल दो अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगा हुआ जिला है। गौरतलब है कि 1962 में भारत चीन जंग के बाद कभी भी भारत के चीन के साथ बहुत अच्छे रिश्ते नहीं रहे हैं। यही वजह है कि भारत अपने सामरिक नेटवर्क को चीन से लगी हुई हर सीमाओं पर अच्छे ढंग से सुदृढ़ करना चाहता है। जिला चमोली के सिमली से ग्वालदम, बागेश्वर होते हुए जौलजीबी तक इस राजमार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया है। ताकि इंडियन आर्मी व आईटीबीपी को कम समय में एक बॉर्डर से दूसरे बॉर्डर तक पहुंचने में आसानी हो सके। भारतमाला परियोजना के तहत अब यह राष्ट्रीय राजमार्ग डबल लाइन के रूप में चौड़ा होगा। 230 किलोमीटर लंबे इस नए राष्ट्रीय राजमार्ग को राजमार्ग संख्या 109 के नाम से जाना जाएगा।
जहां एक ओर पर्यटन प्रदेश के रूप में पहचान रखने वाले उत्तराखंड के भीतर बेहतर सड़क नेटवर्क का फायदा उत्तराखंड आने वाले सैलानियों को मिलेगा वहीं दो सीमांत जिलों को जोड़ने के लिए सड़क नेटवर्क को बेहतर करने की कवायद सामरिक दृष्टिकोण से ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जा रही है।