

देहरादून: देश में महंगाई की मार अपने चरम सीमा पर है। आम आदमी दिन पर दिन महंगाई की मार झेल रहा है। वही एक बार फिर उत्तराखंड रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों को झटका लग सकता है।
जी हां,उत्तराखंड रोडवेज बसों में सफर करने वालों को पहले से ज्यादा किराया देना पड़ सकता है। किराया बढ़ाने के संबंध में रोडवेज प्रबंधन ने किराया बढ़ाने हेतु प्रस्ताव राज्य परिवहन प्राधिकरण को भेज दिया है। रोडवेज प्रबंधन ने 35 से 40 पैसे प्रति किलोमीटर तक किराया बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के वजह से किराया बढ़ा रहा है। रोडवेज बसों का किराया फरवरी 2020 से नहीं बढ़ा है लेकिन 30 प्रतिशत किराया बढ़ेगा तो लोगों की परेशानी भी बढ़ेगी।
इस पर आखिरी फैसला एसटीए लेगा। वहीं उत्तराखंड रोडवेज की ओर से बार-बार इलेक्ट्रिक बसों और सीएनजी बसों के संचालन की बात भी कही जा रही है। माना जा रहा है कि अगर ऐसा होता है तो कई तक यात्रियों को राहत मिलती। देखना होगा कि कब ये फैसला होता है।
मौजूदा वक्त में मैदानी मार्ग पर यात्रा करने के लिए रोडवेज द्वारा एक रुपये 26 पैसे प्रति किमी किराया तय किया गया है। पहाड़ी मार्गों पर एक रुपये 72 पैसे प्रति किमी किराया लिया जा रहा है। इसके अलावा निजी वाहन बस, टैक्सी- मैक्सी कैब, ऑटो, रिक्शा और सिटी बसों का किराया, भारी वाहनों का मालभाड़ा और चारधाम का किराया तय करने की रिपोर्ट तैयार कर दी गई है। आरटीओ-प्रशासन दिनेश पठोई ने बताया कि शुक्रवार तक इसे एसटीए को भेज दिया जाएगा।