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सोशल मीडिया पर मदद की खबर वायरल होने पर इस निजी अस्पताल ने बढ़ाए मदद को हाथ, पैसे को नहीं इंसानियत को दिया महत्व

पौड़ी: जनपद पौड़ी गढ़वाल के पैठाणी क्षेत्र में 4 तारीख की शाम को एक युवक मोटरसाइकिल दुर्घटना का शिकार हो गया इस दुर्घटना में पंकज कंडारी गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना में सिर पर गंभीर चोट के कारण पंकज कंडारी बेहोश हो गया। जनपद पौड़ी गढ़वाल के अस्पतालों में उपचार के लिए ले जाने पर डॉक्टरों ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया । 

जिसके पश्चात परिजनों के द्वारा पंकज कंडारी को ऋषिकेश स्थित एम्स में ले जाया गया, लेकिन कई मशक्कत के बावजूद भी ऋषिकेश एम्स में वेंटिलेटर बेड उपलब्ध ना होने के कारण परिजन निराश हो गए ऋषिकेश एम्स और जौलीग्रांट अस्पताल में मरीज के लिए वेंटिलेटर बेड उपलब्ध नहीं हो पाया। हताश हो चुके परिजन और पंकज कंडारी के मित्र अब प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए सोचने लगे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण हिम्मत नहीं जुटा पाए।

पंकज कंडारी के मित्रों के द्वारा फिर सोशल मीडिया पर मदद मांगी तो चंद मिनट में ही सोशल मीडिया पर मदद की यह खबर आग की तरह फैल गई। रात्रि के समय ऋषिकेश में स्थित पैनेसिया अस्पताल के के संचालक रणवीर सिंह चौहान ने  सोशल मीडिया पर यह पोस्ट पढ़ने के बाद तुरंत परिजनों से संपर्क किया गया। सौभाग्य से उस वक्त परिजन घायल पंकज कंडारी के साथ ऋषिकेश में ही मौजूद थे। जिसके पश्चात पेनेशिया अस्पताल संचालक रणवीर सिंह चौहान द्वारा तुरंत उन्हें अपने ऋषिकेश स्थित अस्पताल में उपचार के लिए आने को कहा जिसके पश्चात डॉक्टरों ने सही समय पर पंकज कंडारी को उपचार देकर फिलहाल खतरे से बाहर कर दिया है।

मोटरसाइकिल दुर्घटना में घायल पंकज कंडारी को हेड इंजरी हुई थी और तब से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।लगातार वेंटिलेटर पर मरीज को रखना पड़ रहा था। न्यूरो सर्जन के द्वारा समय पर उपचार मिलने पर घायल पंकज कंडारी की हालत में सुधार आ रहा है। हमसे बात करने पर डॉक्टर द्वारा बताया गया कि पंकज कंडारी की हालत अब बेहतर है और वह खतरे से बाहर है पंकज कंडारी बहुत जल्दी रिकवर कर रहा है।

उधर पंकज कंडारी के मित्रों के द्वारा सोशल मीडिया पर ऑनलाइन पेमेंट लिंक गूगल पे के माध्यम से चंदा भी इकट्ठा किया जाने लग गया।  अस्पताल के संचालक रणवीर सिंह चौहान द्वारा बताया गया कि अस्पताल मैनेजमेंट तन मन धन से पंकज कंडारी के साथ है। यही इंसानियत है वही उसके बाद सोशल मीडिया पर अस्पताल और अस्पताल मैनेजमेंट की जमकर सराहना हो रही है। 

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