चमोली
जोशीमठ में भुधँसाव से लगातार दरार बढ़ती जा रही है जिससे लोगों में दहशत है। शासन और प्रशासन के खिलाफ लोगों ने अब मोर्चा खोल दिया है बुधवार की रात को जोशीमठ में एक बड़ा मशाल जुलूस निकाला गया और बृहस्पतिवार को सुबह से ही बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लोगों ने जाम लगा दिया, वही पूरा जोशीमठ बाजार बंद करने की अपील की है सुबह से ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठ गए है। जोशमठ को बचाने की अपील कर रहे हैं लोगों का कहना है कि लंबे समय से जोशीमठ में इस तरह के हालात की संभावना लग रही थी और यहा के राजनीतिक सामाजिक लोगों ने अपने अपने स्तर से शासन और प्रशासन को आगाह किया था लेकिन शासन और प्रशासन की अनदेखी के चलते आज जोशीमठ में कई जिंदगियां खतरे में इसका स्थाई समाधान नहीं खोजा गया तो आने वाला समय और भी खतरनाक हो सकता है।
वही इस मामले को लेकर राजनीति भी खूब तेज हो रही है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत इस मामले को लेकर मौन उपवास में बैठ गए हैं हरीश रावत लिखते हैं
जोशीमठ हमारी सभ्यता का केंद्र है, जहां जगतगुरु शंकराचार्य जी ने तपस्या की थी, आज वह देवभूमि हमारी गलतियों और हमारी लापरवाहियों के कारण संकट में है, लोगों के घर धंस रहे हैं, जीवन खतरे में है, कब कहां धंसाव पैदा हो जाए किसी को कुछ अनुमान नहीं है, एक बहुत बड़ी चुनौतीपूर्ण समस्या जोशीमठ को बचाने की, हुक्मरां देहरादून में भी और दिल्ली में भी शायद अनहोनी की प्रतीक्षा कर रहे हैं! जहां सारे एक्सपर्ट भेज कर व अध्ययन कर संकट की स्थिति में बचाव के सब उपाय यथा स्थिति किए जाने चाहिए थे, वहां केवल औपचारिकताएं हो रही हैं। जोशीमठ में कुछ भाई-बहन बाहर ठंड में भी अपने सामान्य वस्त्रों के साथ टिन के बरामदों में सो रहे हैं। उनके साथ अपनी भावनात्मक एकात्मकता जाहिर करने के लिए आज दिनांक-5 जनवरी, 2023 को शाम 8 बजे से 9 बजे तक गांधी पार्क देहरादून में 1 घंटा मैं #मौन ध्यान लगाऊंगा। सामान्य वस्त्रों में गांधी पार्क में बैठ कर भगवान से प्रार्थना करूंगा कि देहरादून से दिल्ली तक लोग जोशीमठ बचाओ, हमारे संस्कृति के देवस्थल को बचाओ, इस भावना से जुटेंगे।