देहरादून: प्रदेश के विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए एक नया प्रयास किया जा रहा है। आने वाले समय में स्कूली बच्चों पर नजर रखने के लिए बसों और बहन में जीपीएस लगाने की कवायद की जा रही है। जिसकी मॉनिटरिंग परिवहन विभाग में बने कंट्रोल रूम से की जाएगी। किसी भी तरह की अप्रिय घटना का भी पता जीपीएस के द्वारा लगाया जा सकेगा।
आज के दौर में अधिकतर बच्चे बसों से ही स्कूल जाते हैं। वैन का संचालन भी पहले से ज्यादा बढ़ गया है। उत्तराखंड में करीब 5000 से अधिक स्कूल बस और इतनी ही वैन चल रही हैं। ऐसे में इन पर नजर रखना जरूरी है। कई बार इनका प्रयोग स्कूल प्रबंधन व्यवसाय के रूप में भी करते हैं। खासकर छुट्टियों में ये दखने को मिलता है।
कई बार ऐसा सामने आया है कि स्कूली बस और वैन में विद्यार्थियों के साथ गलत व्यवहार किया जाता है। इन मामलों का कोई तथ्य सामने नहीं आ पाता इसीलिए कार्यवाही होने में भी देर लगती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब परिवहन विभाग सभी ऐसे वाहनों पर जीपीएस लगाने की तैयारी कर रहा है। जीपीएस को परिवहन विभाग के सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा। ताकि वाहनों की सही स्थिति तुरंत कंट्रोल रूम तक पहुंच सके और बच्चे सुरक्षित रह सकें।