देहरादून: अगर आप वीकेंड पर पहाड़ों की रानी मसूरी का रुख कर रहे हैं तो ये खबर जरूर पढ़ें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पर्यटक स्थलों पर वीकेंड में जुट रही भीड़ पर नियंत्रण को जिला प्रशासन ने इस मर्तबा मसूरी के लिए पर्यटकों की संख्या तय कर दी है। इस वीकेंड मसूरी में सिर्फ 15 हजार पर्यटक ही ठहर सकेंगे।
शुक्रवार शाम जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार की ओर से मसूरी के लिए जारी गाइडलाइन में यह शर्त प्रमुखता से जोड़ते हुए स्थानीय पुलिस-प्रशासन को इसका अनुपालन कराने के आदेश दिए गए। तमाम होटल, गेस्ट हाउस और होम स्टे में ठहरे पर्यटकों का रिकार्ड प्रशासन को उपलब्ध कराने को कहा गया है। मसूरी में करीब 350 होटल, लाज, गेस्ट हाउस और होम स्टे हैं, जिनमें 25 हजार पर्यटक ठहर सकते हैं। इसके साथ ही यहां एक हजार वाहनों की पार्किंग की क्षमता है।
जिलाधिकारी ने बीते पांच हफ्ते से चली आ रही व्यवस्था को बरकरार रखते हुए वीकेंड पर मसूरी आ रहे पर्यटकों के लिए 72 घंटे के भीतर की कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट, देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और होटल बुकिंग की अनिवार्यता जारी रखी है। वीकेंड पर मसूरी में दुपहिया से प्रवेश पर रोक भी जारी है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने मसूरी, सहस्रधारा और गुच्चूपानी जैसे पर्यटक स्थल पर वीकेंड पर नदी, तालाब व झरनों में पर्यटकों का प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया है।
पर्यटक स्थलों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हाई कोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने सख्त रवैया अख्तियार अपनाया हुआ है। इस संबंध में मुख्य सचिव एसएस संधु की ओर से सभी जिलाधिकारियों को सख्ती का आदेश दिया गया है। इसी वजह से मसूरी व नैनीताल में पिछले पांच हफ्ते से प्रतिबंध व शर्तें लागू की गई हैं।
इस वीकेंड के लिए नए नियम जारी करते हुए जिलाधिकारी ने मसूरी में केवल 15 हजार पर्यटकों के ठहरने की शर्त जोड़ दी है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत को नियमों का अनुपालन कराने के निर्देश दिए हैं। शर्तों के तहत अब वीकेंड पर दून के स्थानीय नागरिक व पास के शहरों से दुपहिया पर मसूरी घूमने जाने वाले पर्यटकों पर प्रतिबंध रहेगा।