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चार धाम यात्रा शुरू होते ही बॉर्डरों पर बढ़ी सख्ती, बिना कोरोना निगेटिव रिपोर्ट NO ENTRY

रुड़की : हाईकोर्ट ने चार धाम यात्रा शुरू करने की अनुमति दे दी है जिसके बाद 18 सितंबर से श्रद्धालुओं का दर्शन के लिए आने का सिलसिला जारी हो गया। चारधाम यात्रा शुरु होने के बाद प्रशासन ने भी कमर कस ली है। अब उत्तराखंड के बॉर्डरों पर यात्रियों की जांच एक बार फिर से सख्ती से शुरू की गई है। दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आने वाले लोगों को शर्तों का पालन करने के बाद ही प्रदेश में प्रवेश करने दिया जाएगा।

आपको बता दें कि कोरोना का कहर उत्तराखंड में कम हो गया है। बीते दिन सिर्फ 6 मामले सामने आए और ये बढ़े ने इसलिए अब बॉर्डरों पर फिर से सख्ती बढ़ी दी गई है। दिल्ली सहित दूसरे राज्यों में कोरोना मामलों को देखते हुए और उत्तराखंड की सुरक्षा को देखते हुए एक बार फिर से अब बॉर्डर पर चेकिंग शुरु कर दी गई है और टीकाकरण भी किया जा रहा है।

बता दें कि नारसन बॉर्डर से उत्तराखंड आने वाले यात्रियों को कोविड़ -19 के नियमों का पालन करना होगा।आपको बता दें कि चार धाम यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोविड़ – 19 के नियमों का पालन करना होगाय़ चार धाम यात्रा शुरू होने पर उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई है। पुलिस फोर्स तैनात की गई है। किसी को भी बिना चेकिंग के नहीं जाने दिया जा रहा है।

चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने गाइड लाइन भी जारी कर दी है जिसका पालन करना जरुरी है। वरना कार्रावई की जाएगी। आपको बता दें कि यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का नारसन बॉर्डर पर ही टीकाकरण भी होगा। चार धाम यात्रा में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी और तभी प्रवेश की अनुमति होगी। वरना उनकी वापसी होगी।

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