रुद्रप्रयाग केदारनाथ
केदारनाथ यात्रा के लिए अब गिनती के दिन रह गए हैं लेकिन खराब मौसम ने प्रशासन की परेशानियां बढ़ा दी है। बीते 18 दिनों से केदारनाथ में प्रतिदिन हो रही बर्फबारी से तैयारी प्रभावित हो रही है। भारी बर्फ के कारण कुबेर गदेरा में पैदल मार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया है।
रविवार सुबह से केदारनाथ में हल्के बादल छाए रहे। दिन चढ़ने के साथ यहां धूप की तपन भी तेज हुई लेकिन दोपहर बाद अचानक घने बादलों के बीच हल्की बर्फबारी होने लगी। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण-लोनिवि के अवर अभियंता सुरेंद्र रावत ने बताया कि भारी बर्फबारी के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग कुबेर गदेरा में फिर से अवरुद्ध हो गया है। हिमखंड रास्ते में खिसक गए हैं।
इसके अलावा गौरीकुंड से लिनचोली के बीच पैदल मार्ग पर टूटे पुश्तों, रेलिंग की मरम्मत की जा रही है। क्षेत्र में जल संस्थान द्वारा भी पेयजल लाइन बिछाई जा रही है और स्टैंड पोस्ट की मरम्मत की जा रही है।
पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चरों को पानी उपलब्ध कराने के लिए चरियों को भी ठीक किया जा रहा है। मार्ग पर शौचालय निर्माण सहित अन्य यात्रा से जुड़े कार्य भी किए जा रहे हैं।
उधर, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, फूलों की घाटी नीती और माणा घाटियों में सुबह आठ बजे तक बर्फबारी हुई। दोपहर बाद मौसम फिर बिगड़ा और यमुनोत्री घाटी में बर्फबारी व निचले इलकों बारिश हुई।
मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में एवलांच आने की चेतावनी दी है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि आपदा से जुड़े अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
तीन हजार ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी होने की संभावना है। कहीं-कहीं गर्जन के साथ बिजली चमकने और ओलावृष्टि की भी संभावना है।
उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों में आज कुछ स्थानों पर हल्की बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि की संभावना है। देहरादून में आमतौर पर मौसम साफ रहने के साथ ही हल्के बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड के जनपदों के कुछ स्थानों में बहुत हल्की वर्षा, गर्जन के साथ वर्षा और बर्फबारी हो सकती है।