देहरादून: उत्तराखंड के मंदिरों में फिल्मों की शूटिंग करना पहले जितना आसान नहीं होने वाला है। दरअसल बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अधीन आने वाले मंदिर परिसरों में बगैर अनुमति के फिल्मों व गानों की शूटिंग नहीं की जाएगी। मंदिर समिति ने अपना फैसला साफ कर दिया है।
बता दें कि मंदिरों में फिल्म की शूटिंग करने के लिए प्रोडक्शन हाउस, फर्म या संस्थाओं को लिखित रूप में शूटिंग करने का मकसद बताना होगा। जिसके बाद पहले इसकी जांच होगी। बाद में मंदिर समिति की ओर से सक्षम स्तर से शूटिंग की परमिशन दी जाएगी। समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की मानें तो बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अंतर्गत कई मंदिर आते हैं। लेकिन इन मंदिर परिसर में बिना अनुमति के ही फिल्मों व गानों का फिल्मांकन किया जा रहा है। जो कि वाकई सही नहीं है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले भी जोशीमठ के नृसिंह मंदिर परिसर में एक आने की शूटिंग करने पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई थी। अजेंद्र अजय ने जानकारी दी और बताया कि समिति के अधीन आने वाले मंदिर परिसरों में शूटिंग तभी होगी जब मंदिर समिति से अनुमति मिल जाएगी। बता दें कि अबतक कई फिल्में उत्तराखंड में शूट की जा चुकी हैं। जिनमें से 2014 त्रासदी पर आधारित फिल्म केदारनाथ भी शामिल है।