प्रेस नोट (पौड़ी गढ़वाल)
74 CCTV कैमरे और 03 ड्रोन की निगरानी में रहेगा श्री नीलकंठ कांवड़ मेला यात्रा-2023
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे द्वारा मेले को सकुशल संपन्न कराने हेतु मेले में लगे पुलिस बल को किया ब्रीफ।
जल पुलिस, SDRF और PAC की FLOOD कंपनी रहेगी श्री नीलकण्ठ दर्शन हेतु आने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा एवं सुगम आवागमन के दृष्टिगत तैनात
एसएसपी पौड़ी श्वेता चौबे
विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी दिनाँक 03.07.2023 से श्रावण मास कांवड़ मेला यात्रा-2023 का शुभारम्भ होने जा रहा है। कांवड़ मेला यात्रा के अवसर पर जनपद पौड़ी गढ़वाल के थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्रान्तर्गत श्री नीलकण्ठ महादेव मन्दिर में उत्तराखण्ड एवं बाहरी राज्यों से काफी संख्या में श्रद्धालुगण दर्शन एवं जलाभिषेक करने आते हैं। इस वर्ष महाशिवरात्रि में श्री नीलकण्ठ महादेव के दर्शन हेतु अधिक भीड़ के दृष्टिगत कांवड़ मेले में अधिक भीड़ की पूर्ण सम्भावना है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्रीमती श्वेता चौबे द्वारा दिनाँक 01.07.2023 को श्री नीलकंठ महादेव कांवड़ मेला यात्रा-2023 में ड्यूटी पर लगे समस्त पुलिस बल की थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्रान्तर्गत परमार्थ निकेतन में ब्रीफिंग ली गयी। ब्रीफिंग के दौरान ड्यूटीरत समस्त पुलिस बल को श्रद्धालुओं के साथ विनम्र व्यवहार रखते हुये उनके सुगम एवं सुरक्षित आवागमन हेतु समर्पित भाव व सहयोगात्मक व्यवहार से ड्यूटी पर नियुक्त रहने के साथ-साथ सजग व सतर्क रहकर डयूटी करने तथा यातायात व्यवस्था सुचारु रुप से चलाने व यातायात प्लान के हिसाब से वाहनों को उनकी दिशा में भेजने, कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
श्री नीलकंठ महादेव कांवड़ मेला यात्रा-2023 के दृष्टिगत सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 01 सुपर जोन, 07 जोन व 23 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सुपर जोन में अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी, जोन में पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी तथा सेक्टरों में SHO, SSI, SO, उपनिरीक्षक एवं अपर उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।
श्रद्धालुओं को सुगम आवागमन, श्री नीलकण्ठ मन्दिर में दर्शन एवं मेला सुरक्षा ड्यूटी हेतु जनपद पौड़ी व बाहरी जनपदों से पुलिस बल नियुक्त किया गया है। जिसमें SDRF की 02 टीम, जल पुलिस/गोताखोर टीम, दो क्यूआरटी टीम, PAC FLOOD टीम के साथ-साथ आतंकी घटनाओं की रोकथाम हेतु एक टीम Anti Terrorist Squard को मेला क्षेत्र में चौबीस घण्टे के लिये एक्टिव रखा गया है। साथ ही तीसरी आंख के रुप में 74 सीसीटीवी कैमरे व 03 ड्रोनों से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में होने वाली अवांछनीय गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी।
बीन नदी में बरसात के मौसम में पानी का जलस्तर बढ़ जाने से कई बार वाहन बह जाने से दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। जिस हेतु प्रशासन से बीन नदी पर ट्रैक्टर एवं जेसीबी रखे जाने व मन्दिर परिसर में अधिक भीड़ होने पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न ना हो, इस हेतु मन्दिर परिसर में भीड़ नियंत्रण के लिये पैदल मार्ग पुण्डरासू में मौजूद खाली मैदान पर यात्रियों को ठहरने के लिये टिन शैड़ स्थापित किये जाने हेतु प्रशासन से अनुरोध किया गया है।
खोया पाया केन्द्र
कांवड़ मेले के दौरान भीड़ में किसी व्यक्ति के परिजन उनसे बिछुड़ जाने पर उनको परिजनों से मिलाने हेतु मेला क्षेत्र के सभी संवेदनशील स्थानों पर कुल 06 खोया पाया केंद्र स्थापित किये गए हैं| जहां पर PA SYSTEM के साथ-साथ सभी के आपसी समन्वय के लिए WHATSAPP GROUP बनाया गया है, जो मेला कण्ट्रोल और कांवड़ सेल से LINK रहेगा| प्रत्येक खोया पाया केंद्र पर महिला उप निरीक्षक के साथ महिला आरक्षियों को नियुक्त किया गया है|
कांवड़ मेले के दौरान वाहनों के जाने का मार्ग
यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाये रखने हेतु श्री नीलकण्ठ महादेव मन्दिर जाने के लिए ऋषिकेश- मुनि की रेती- गरुड़ चट्टी- पीपलकोटी- नीलकण्ठ मंदिर मार्ग को निर्धारित किया गया है।
कांवड़ मेले के दौरान वाहनों के जाने का मार्ग
मंदिर से वापसी में निकासी हेतु नीलकण्ठ- पीपलकोटी- गरुड़ चट्टी- बैराज बाईपास- पशुलोक बैराज- ऋषिकेश/हरिद्वार मार्ग निर्धारित किया गया है।
श्री नीलकण्ठ मन्दिर आने का पैदल मार्ग
मेले के सामान्य दिनों में रामझूला व जानकी पुल कांवड़ यात्रियों के लिये खुले रहेंगे। भीड़ की अधिकता होने पर यात्रियों के लिये ऋषिकेश- रामझूला- बागखाला- पुण्डरासू- नीलकण्ठ मन्दिर का मार्ग निर्धारित किया गया है।
पैदल वापसी का मार्ग
श्री नीलकण्ठ मन्दिर से वापस जाने हेतु श्री नीलकण्ठ मन्दिर- पुण्डरासू- बागखाला- जानकी पुल- ऋषिकेश मार्ग निर्धारित किया गया है।
वाहनों के अव्यवस्थित रूप से खड़े पाए जाने पर उन्हें हटाने के लिए क्रेन की व्यवस्था की गयी है। साथ ही नीलकण्ठ क्षेत्र में पार्किंग फुल होने की दशा में वाहनों को पीपल कोटी- दिउली मार्ग पर डायवर्ट कर पार्क कराया जाएगा। दिनाँक 15 से 17 जुलाई 2023 तक मेला क्षेत्र में भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगायी गयी है। श्री नीलकंठ पैदल मार्ग पर जंगली जानवरों के खतरे के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के लिये पैदल यात्रा मार्ग आवागमन हेतु सांय 06.00 से प्रातः 05.00 बजे तक पूर्णतः बन्द रहेगा।