देहरादून: उत्तराखंड में बीते दिन 14 फरवरी को मतदान सम्पन्न हो गया है। मतदान शांतिपूर्वक सम्मपन्न हुआ। सोमवार को हुए चुनाव में 65 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। वहीं प्रदेशभर के 632 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। प्रत्य़ाशियों की किस्मत का फैसला 10 मार्च को होगा।
उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि प्रदेश में सभी 11697 मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा और 65.1 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि, उन्होंने बताया कि इस मतदान प्रतिशत के आंकड़ों में अंतिम मिलान के बाद संशोधन हो सकता है। सौजन्या ने कहा कि कुछ जगहों पर ईवीएम मशीन और वीवीपैट में तकनीकी खराबी की सूचना मिली, लेकिन उन्हें तत्काल सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा रिजर्व मशीन से बदला गया। उत्तराखँड में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हुआ जो की शाम 6 बजे खत्म हुआ।मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि शाम छह बजे तक मतदान केंद्रों पर पहुंचे मतदाताओं से मतदान कराया गया।
आपको बता दें कि साल 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में 65.56 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि साल 2012 में 67.22 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला था।कई मतदान केंद्रों पर 100 साल की बुजुर्ग भी अपना मत देने पहुंचे। जिला प्रशासन ने शॉल भेंट करके उन्हें सम्मानित किया। वहीं, कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर 100 साल विश्वेशरी देवी भी अपने नाती-पोतों के साथ छड़ी लेकर पहुंचीं और अपना वोट दिया। युवाओं में जोश देखने को मिला।
वहीं कई जगहों पर चुनाव का बहिष्कार किया गया। कहीं सड़क तो कहीं मूलभूत सुविधाएं ना मिलने के कारण चुनाव बहिष्कार किया गया। बता दें कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों से मिली सूचना के अनुसार, करीब 10 गांवों के मतदाताओं ने अपनी समस्याओं का समाधान न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मतदान का बहिष्कार किया।