देहरादून: भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक बनेंगे हम, आइएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे तो लगा कि विशाल सागर उमड़ आया है। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे। आज भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 319 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 68 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने परेड की सलामी ली।
सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेंट मेजर प्रफुल्ल शर्मा, धनंजय शर्मा, अमित यादव, जय मेरवाड़, आश्य ठाकुर, प्रद्युमन शर्मा, आदित्य जानेकर और कर्मवीर सिंह ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। आठ बजकर 55 मिनट पर एडवांस काल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर अनमोल गुरुंग ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स के शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठा हर एक शख्स मंत्रमुग्ध हो गया।
राष्ट्रपति ने कैडेटों को ओवरआल बेस्ट परफार्मेंस और अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। अनमोल गुरुंग को स्वार्ड आफ आनर और स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।जबकि तुषार सपरा को रजत व आयुष रंजन को कांस्य पदक मिला। कुणाल चौबीसा ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट भूटान के सांगे फेनदेन दोरजी चुने गए। चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर केरेन कंपनी को मिला।