
चमोली/कर्णप्रयाग
कूड़ा डंपिंग जोन मामले को लेकर ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद एसडीएम को लौटना पड़ा उल्टे पांव वापस
प्रकाश डिमरी
कर्णप्रयाग। चमोली के कर्णप्रयाग तहसील के अंतर्गत डिम्मर वन पंचायत क्षेत्र में नगर पालिका करणप्रयाग का कूड़ा डंपिंग जोन बनाने को लेकर आज स्थल पर ग्रामीणों के भारी विरोध व नारेबाजी के बीच एसडीम कर्णप्रयाग को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। वन विभाग व एनजीटी के नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए नगर पालिका करणप्रयाग ने करणप्रयाग नैनीसैन मोटर मार्ग पर डिमर, नाकोट वन क्षेत्र के अंतर्गत अपना कूड़े का डंपिंग जोन बना दिया था। कपीरी,डिमर , नाकोट की जनता ने कूड़े डंपिंग जॉन का भारी विरोध करते हुए इसे प्रकृति के लिए भारी नुकसान पहुंचाने वाला कदम बताया है। आज इस क्षेत्र में कर्णप्रयाग के एसडीएम,नगर पालिका के ईओ व अन्य अधिकारी जब मौके पर पहुंचे तो क्षेत्रीय जनता के भारी विरोध नारेबाजी के बीच प्रशासन को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा समय रहते हुए प्रशासन व नगर पालिका होश में नहीं आई तो प्रकृति को नुकसान पहुंचाने वाले अधिकारियों के खिलाफ एनजीटी का दरवाजा खटकने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। विरोध करने वालों में प्रमुख रूप से कपरी संघर्ष समिति के अध्यक्ष खिलडेव सिंह रावत, महिपाल सिंह नेगी,सुशील खंडूरी, डिमर की प्रधान राखी डिमरी, नाकोट की संजू देवी,पुष्कर रावत, पंचायत सदस्य बृजेश बिष्ट, एडवोकेट राजेंद्र सिंह नेगी, पूर्व प्रधान शैलेंद्र प्रसाद डिमरी, बुद्धि बल्लभ डिमरी, विजय राम डिमरी, गोवर्धन प्रसाद डिमरी, नरेश खंडूरी, रविंद्र खंडूरी, सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। हालांकि इस मामले को लेकर के एसडीएम कर्णप्रयाग कमलेश मेहता ने त्वरित समाधान का आश्वासन दिया है।