देहरादून
आपदा सचिव रंजीत सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जोशीमठ में दरारों वाले मकानों की संख्या 782 हो गई है इसके अलावा 4 वार्डों में 148 भवन असुरक्षित चिन्हित किए गए हैं।
जेपी कॉलोनी में वाटर का डिस्चार्ज बारिश की वजह से थोड़ा बढ़ गया है बता दें कि कल वॉटर डिस्चार्ज 190 एलपीएम था जो आज बढ़कर 240 एलपीएम हो गया है। जोशीमठ में आपदा की ज़द में आए 223 परिवारों को अभी तक शिफ्ट किया जा चुका है इसके साथ ही आपदा सचिव रंजीत सिन्हा ने ये भी बताया कि किराए के मकान की मांग के लिए 10 परिवारों ने और आवेदन किया है इसके अलावा 125 परिवारों को 1.50 लाख की राहत धनराशि बांटी गई है। जोशीमठ में
विस्थापित परिवारों के लिए मॉडल टेंपररी शेल्टर बनाए जा रहे हैं ये ऐसी जमीनो पर बनाए जा रहे हैं जो सुरक्षित हैं। आपदा सचिव रंजीत सिन्हा ने पत्रकारों से बातचीत में ये भी बताया कि सीआरबीआई द्वारा अप्रूव्ड कंपनी घर बनाएगी 400 रुपए/स्क्वायर फीट की तय दरों के हिसाब से घर बनाए जाएंगे।
पत्रकारों के आपदा प्रभावितों को मिलने वाले मुआवजे के सवाल में आपदा सचिव रंजीत सिन्हा ने जवाब देते हुए कहा कि कितना मुआवज़ा दिया जाएगा इसके लिए डिटेल सर्वे चल रहा है उसके हिसाब से ही ये तय होगा। इस बीच एक अहम जानकारी ये भी सामने आई कि एनजीआरआई ने जोशीमठ में जियो फिजिकल सर्वे शुरू कर दिया है जल्द ही इसके नतीजे भी सबके सामने होंगे।
गौरतलब है कि आपदा प्रबंधन की टीम कल फिर से जोशीमठ का दौरा करेगी इस दौरान आपदा अपर सचिव , जियोलॉजिस्ट और केंद्रीय अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।