चमोली:
जोशीमठ नृसिंह मंदिर में आज उस समय अजीबो गरीब स्थिति पैदा हो गई जब एक साधु शंकराचार्य जैसी वेशभूषा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पूजा अर्चना के समय उनके साथ मंदिर में पहुंच गए और पूजा अर्चना में शामिल हुए। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के जोशीमठ में तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी इस साधु को पूजा कार्यक्रम में शामिल होने ले गए ।
यह खबर भी पढ़िए
जोशीमठ में क्यों लगे फर्जी बाबा वापस जाओ के नारे देखिए वीडियो
सूत्रों के अनुसार खबर है कि सन्यासी हरिद्वार से आए थे। सन्यासी मंदिर में दर्शन व पूजा अर्चना के लिए गए थे तब तक तो बात सही थी लेकिन साधु के द्वारा ज्योतिरमठ के पुजारियों को लेकर की गई टिप्पणी से वहां लोग नाराज हो गए। पूजा करने के बाद मंदिर से बाहर आते वक्त साधु की टिप्पणी आग की तरह फैल गई और वहां एकत्रित स्थानीय लोगों ने जबरदस्त ढंग से नारेबाजी कर साधु का विरोध किया। ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के ज्योतिरमठ में मौजूद शिष्य स्वामी मुकुंदानंद ब्रह्मचारी ने साधु को ऐसे विषम परिस्थितियों में ज्योर्तिमठ की भूमि पर स्थानीय लोगों के साथ खड़े होने के बजाय राजनीति करने से बाज आने की नसीहत दी। लोगों के आक्रोश के बाद आखिर सन्यासी को वहां से नौ दो ग्यारह होने के लिए मजबूर होना पड़ा।