किन्नौर: उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बुधवार दोपहर करीब 12 बजे भूस्खलन की चपेट में आने से एक यात्रियों से भरी हुई बस और कई गाड़िया मलबे में दब गई। भूस्खलन के बाद रेस्क्यू ऑपेरशन जारी है।
मलबे में दबी बस का पता चल गया है। बस सड़क से 500 मीटर नीचे खाई में मिली है। बस के अलावा चट्टानों की चपेट में कई गाड़ियां आई। सुमो गाड़ी में सवार सभी 8 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में अब तक कुल 13 मौतें हो चुकी है।
भूस्खलन हुआ तो पहाड़ों से इतना ज्यादा मलबा गिरा कि किन्नौर के रेकॉन्ग पिओ से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही बस का घंटों अता-पता नहीं चला। पूरी रात बेचैनी में गुजरी क्योंकि अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा, लेकिन सुबह जैसे ही आईटीबीपी के जवानों ने जैसे ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, वैसे ही बड़ी राहत की खबर मिली। जिस बस का कल तक अता-पता नहीं था वो बस मलबे में नजर आ गई।
बस सड़क से पांच सौ मीटर नीचे और सतलज नदी के पानी की सतह से 200 मीटर लटकी पड़ी थी। उस बस में कितने यात्री सवार थे, इसका अभी-अभी ठीक पता नहीं चला है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि बस में 25 से ज्यादा मुसाफिर सवार थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का बचाल दल लगा है। 200 से ज्यादा जवान राहत बचाव में लगे हुए हैं।