सतपुली (पौड़ी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को 18000 करोड रुपए की सहायता दी है। ऑल वेदर रोड बन कर तैयार हो रही है। 258 करोड रुपए का पैकेज टिहरी विस्थापितों को दिया गया है। उत्तर प्रदेश से हमें लगभग 400 करोड़ का लाभ मिला है। हमारी जो भी परिसंपत्तियों थी वह हमें प्राप्त हुई हैं। यह सब डबल इंजन की सरकार के कारण ही संभव हो पाया है।
उक्त बात रविवार को सतपुली स्थित कन्या विद्यालय परिसर में आयोजित कोरोना वॉरियर सम्मान समारोह के मौके पर उपस्थित स्थानीय जनता को संबोधित करते हुए चौबट्टाखाल विधायक सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हम सब इस बीमारी की चिकित्सा से अनभिज्ञ थे। सैनिटाइजर, मास्क लगाकर और देह दूरी से अपनी सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे थे। इस दौरान जो पीड़ित हो गए थे, जिनकी कोई सुध लेने वाला नहीं था। उनके बीच जाकर कुछ लोगों ने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए सेवा भाव की बड़ी मिशाल पेश की है। ऐसे कोरोना वॉरियर का सम्मान करना हमारे लिए गौरव की अनुभूति है।
महाराज ने कोरोना काल अपने प्राणों की परवाह न करते हुए दिन रात सेवा कार्य में लगे आंगनवाड़ी, सहायिकाओं, आशा कार्यकत्रियों एवं महिला मंगल दल को अंगवस्त्र, उपहार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मान समारोह के दौरान सतपाल महाराज ने विधानसभा क्षेत्र चौबट्टाखाल में अनेक विकास योजना की स्वीकृति की जानकारी देते हुए क्षेत्रवासियों को अवगत कराया कि एक और जहां सतपुली में करोड़ों की लागत से 40 शैय्याओं वाले पर्यटक आवास गृह का निर्माण किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर होमस्टे सेंटर, फीसरी सेंटर, राजकीय महाविद्यालय सतपुली के नवनिर्मित भवन निर्माण, सोलर स्ट्रीट लाइट, मला बदरपुर और कांडाखाल क्षेत्र में 11 केवी फीडर के कार्य, सतपुली एवं एकेश्वर क्षेत्र में एलटी लाइन के स्थान पर एपी बिछाने सहित अनेक मोटर मार्गो सहित करोड़ों रूपये की योजनाओं की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है जिस पर शीघ्र ही कार्य प्रारंभ कर हो जाएगा। सम्मान समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।
सम्मान समारोह से पूर्व क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने झलपाड़ी से मां दीवा रसल्वाण तक ट्रक रूट का भी शुभारंभ किया। उन्होंने ट्रैकिंग दल में शामिल अनेक महिलाओं और पुरूषों को मां दीवा रसल्वाण के लिए रवाना किया। ट्रैकिंग दल को रवाना करने से पूर्व उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि मां दीवा रसल्वाण ब्रिटेन की दृष्टि से प्रसिद्धि प्राप्त करें। यहां पर ट्रैकर्स आयें और विश्व प्रसिद्ध सूर्योदय के अद्भुत दृश्य को देख कर आनंद उठाएं।