उत्तराखंड मैं लगातार पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी हो रही है ऐसे में जोशीमठ में भी बर्फबारी और बारिश के कारण आपदा प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ गई हैं ऐसे में सरकार और प्रशासन के माथे पर भी चिंता की लकीरें आ गई है पानी का डिस्चार्ज जो पहले घटकर 100 एलपीएम हो गया था वह प्रभारी के कारण अचानक बढ़ गया राहत भरी खबर यह है कि आज वाटर डिस्चार्ज 136 एलपीएम हो गया है
सचिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा ने शनिवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत व बचाव तथा स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए बताया है कि जोशीमठ में अग्रिम राहत के तौर पर 3.62 करोड़ रूपये की धनराशि 242 प्रभावित परिवारों को वितरित की गई है।
सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी है कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 06 जनवरी 2023 को 540 एल.पी.एम. था, वर्तमान में घटकर 136 एलपीएम हो गया है। अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 650 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2919 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। उन्होनें जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 274 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 921 है।