चंपावत: उत्तराखंड में चंपावत जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है, यहां SDM सदर अनिल चन्याल लापता हो गए हैं। सोमवार को चंपावत कोतवाली में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई है। उनके कार्यालय में तैनात पीआरडी जवान ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई है। इस जानकारी से स्थानीय प्रशासन, पुलिस से लेकर शासन स्तर तक हड़कंप मचा हुआ है। वहीं पूरे क्षेत्र में भी इसकी चर्चाओं का बाजार गर्म है।
बताया जा रहा है कि एसडीएम अनिल चनियल सोमवार की सुबह से अपने कार्यालय और आवास में नहीं हैं। इस दौरान कई लोग उनके दफ्तर पहुंचे, मगर वह नहीं मिले। वो सरकारी गाड़ी और मोबाइल भी घर पर छोड़ गए हैं जबकि, उनका सरकारी फोन नंबर भी बंद आ रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर कुमाऊं दीपक रावत ने डीएम चंपावत को सर्विलांस की मदद लेने एवं सीसीटीवी कैमरों को चेक करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, बातचीत में एसपी चंपावत देवेंद्र पिंचा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि एसडीएम सदर अनिल चन्याल की तलाश में पुलिस की टीमें बना दी गई हैं, जो उनकी तलाश कर रही हैं। वहीं, पुलिस कप्तान ने साइबर सेल को अलर्ट मोड पर रखा है, फिलहाल अभी तक इस पूरे मामले में जनपद के सभी छोटे-बड़े अधिकारी मीडिया को बयान देने से बच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एसडीएम अनिल अपने पैतृक घर भी नहीं पहुंचे हैं।
पिथौरागढ़ जिले के गणाई गंगोली के भिगड़ी गांव के मूल निवासी अनिल चन्याल यहां अकेले रहते हैं। उनका परिवार हल्द्वानी में रहता है। चन्याल सोमवार सुबह अपने कार्यालय नहीं पहुंचे। आवास में भी ताला लटका मिला। निजी और सरकारी कार भी अस्पताल परिसर में पार्क हैं। एसडीएम को कलक्ट्रेट में स्वच्छता से संबंधित रिपोर्ट देनी थी। रिपोर्ट न मिलने के बाद डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने जानकारी ली तो एसडीएम के निजी और सरकारी दोनों मोबाइल नंबर बंद मिले।
एसडीएम चन्याल 10 सितंबर को पंत जयंती के कार्यक्रम में मौजूद थे लेकिन उसी दिन दोपहर बाद से उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। 10 सितंबर को महीने का दूसरा शनिवार और रविवार अवकाश होने से कार्यालय भी बंद थे। इसलिए अभी यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि वे यहां से कब और कहां गए।