पिथौरागढ़: 15वें भारत-नेपाल सेना का संयुक्त युद्धाभ्यास दोनों देशों की सेना के भव्य मार्च पास्ट के साथ हुआ। दोनों देशों के सैनिकों ने अपनी-अपनी सेना की धुन पर मार्च पास्ट किया। इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल एसएस महल वीएएएम ने दोनों देशों के संयुक्त युद्धाभ्यास उद्घाटन अवसर पर संबोधित करते हुए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने भारत नेपाल के संयुक्त युद्धाभ्यास के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि इससे दोनों देशों की सेना के बीच सद्भाव बढ़ेगा।
सोलह दिवसीय युद्धाभ्यास के दौरान भारत और नेपाल की इंफैंट्री बटालियन संयुक्त अभ्यास होगा। इस दौरान दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे के साथ आतंकरोधी और आपदा प्रबंधन के अनुभव साझा करेंगे। इस ज्वाइंट एक्सरसाइज को सूर्य किरण के नाम से भी जाना जाता है। अभियान वार्षिक कार्यक्रम है जो एक बार भारत में और एक बार नेपाल में इसका आयोजन किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य आवश्यकता पड़ने पर आतंक के खिलाफ और आपदा प्रबंधन के लिए मिलजुल कर कार्य करना है।
संयुक्त युद्धाभ्यास के लिए नेपाल सेना के अधिकारी और जवान शनिवार को पिथौरागढ़ पहुंच गए थे। जिनका भारतीय सेना द्वारा पारंपरिक ढंग से स्वागत किया गया। इस अभियान में दोनों देशों के 650 सैनिक भाग ले रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सुरक्षा, आपसी सामंजस्य और सैन्य संबंध बढ़ाना है।