विश्व प्रसिद्ध धाम श्री बद्रीनाथ की अभिषेक पूजा में प्रयुक्त होने वाले तिलों के तेल को आज पूर्व में निर्धारित किए गए मुहूर्त के अनुसार टिहरी नरेश के राज दरबार नरेंद्रनगर में महारानी माल्या राज लक्ष्मी शाह व अन्य सुहागिन महिलाओं द्वारा पिरोया गया है। तिलों के तेल को पिरोकर भगवान बद्री विशाल के तेल कलश गाडू घड़ा में भरा गया है। इस अवसर पर राज दरबार में भगवान बद्रीनाथ व बद्री विशाल के तेल कलश गाडू घड़ा का विशिष्ट पूजन अर्चन किया गया। इसके बाद राज दरबार में भगवान को भोग लगाया गया। तेल कलश लेने के लिए डिमरी धार्मिक पंचायत के प्रतिनिधि रवि ग्राम पाखी के सरपंच ज्योतिष डिमरी, अंकित डिमरी, पंकज डिमरी, नरेश डिमरी व अरविंद डिमरी नरेंद्रनगर राजदरबार पहुंच चुके हैं।
श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष विनोद डिमरी “श्रीराम” ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल नियमों का पालन करते हुए सादगी के साथ तेल कलश नरेंद्र नगर से डिम्मर गांव पहुंचेगा 14 मई तक डिम्मर स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में तेल कलश का विशेष पूजन अर्चन होगा और 15 मई को तेल कलश बद्रीनाथ के लिए प्रस्थान करेगा। जोशीमठ, पांडुकेश्वर होते हुए तेल कलश 17 मई को बद्रीनाथ धाम पहुंच जाएगा और 18 मई को प्रातः 4:15 पर ब्रह्म बेला में कपाट खुलने के साथ ही तेल कलश भगवान बद्री विशाल के गर्भ गृह में स्थापित हो जाएगा। इसी कलश में भरा हुआ तेल भगवान की अभिषेक पूजा में छह माह यात्रा काल के दौरान प्रयोग में लाया जाएगा।