– आशुतोष डिमरी –
उत्तराखंड के सीमांत जिला चमोली में नंदप्रयाग घाट सड़क चौड़ीकरण का समाधान व आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि चमोली जिले में ही कर्णप्रयाग विकासखंड के अंतर्गत कर्णप्रयाग नैनीसैण से डिम्मर सिमली मोटर मार्ग के लंबे समय से जर्जर स्थिति में होने को लेकर अब ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटने लगा है। बीते तीन दशक पहले बनी डिम्मर सिमली मोटर मार्ग की हालत जर्जर बनी हुई है । करीब 5 किलोमीटर इस मोटर मार्ग पर कई स्थान जर्जर स्थिति में होने के चलते दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं करीब तीन दशक से भी अधिक समय पहले बनाया मोटर मार्ग लंबे समय से उपेक्षा का दंश झेल रहा है। सड़क की खस्ता हालत को देखते हुए ग्रामीण अब लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली व हीला हवाली के खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने के एक्शन मोड में आ चुके है। डिम्मर के ग्रामीण सड़क के डामरीकरण, चौड़ीकरण व सिमली राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने के लिए पिंडर नदी पर निर्माणाधीन मोटर पुल के निर्माण का काम तेज गति के साथ ही समय सीमा के भीतर करने को लेकर धरने पर बैठ चुके हैं। ग्रामीणों ने सड़क के किनारे ही विभाग के खिलाफ तंबू गाड़ लिया है। महिला मंगल दल से लेकर गांव के बुजुर्ग लोग लोक निर्माण विभाग के खिलाफ सड़क पर आ चुके हैं।धरने पर बैठने वालों में युवा नेता उमेश खंडूरी, गोपेश्वर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्रसंघ के पूर्व महासचिव केशव डिमरी, प्रकाश चंद डिमरी, बुद्धि बल्लभ डिमरी, दिनेश डिमरी”मयंक”,शशिकांत डिमरी, टीका प्रसाद डिमरी, शैलेंद्र प्रसाद डिमरी, महिला मंगल दल डिमर की श्रीमती भुबना डिमरी मंजू डिमरी, बोधनी डिमरी आदि शामिल हैं।