गोपेश्वर/तपोवन। बीते 7 फरवरी को तपोवन रैणी में आए जलप्रलय के बाद तपोवन एनटीपीसी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की टनल में अभी भी बड़ी संख्या में शव के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है टनल के भीतर बीते 2 रोज से लगातार पानी के तेज बहाव के कारण एनडीआरएफ समेत रेस्क्यू टीम को रेस्क्यू करने में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
जिस कारण से पिछले 2 दिनों से रेस्क्यू की गति काफी धीमी हो गई है , पिछले दो दिनों में रेस्क्यू टीम द्वारा बमुश्किल 6 से 7 मीटर ही टर्नल से मलबा साफ किया गया है , पैनल से आ रहे भारी पानी को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम द्वारा टनल में दो पंप भी लगाए गए हैं जिनकी मदद से पानी को बाहर निकाला जा रहा है लेकिन पानी की मात्रा इतनी अधिक अधिक है कि टनल के अंदर मौजूद मलवा कीचड़ के रूप में तब्दील हो रहा है जिसे साफ करने में रेस्क्यू दल को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।
रेस्क्यू टीम ने धौली नदी में जगह-जगह पानी के लेवल को नापने के लिए आवश्यक निशान एवं मेजरमेंट लगा दिया है ताकि यदि धौली नदी में पानी का लेवल बढ़ता है तो रेस्क्यू में लगे लोगों की सुरक्षा को देखते हुए कुछ देर के लिए ऑपरेशन को रोका जा सके
वहीं डीएम चमोली स्वाति भदौरिया लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रेस्क्यू टीम व अन्य अधिकारियों को निर्देशित कर रही है । जिलाधिकारी ने कहा कि रैंणी में सर्च अभियान तेजी से चल रहा है और अधिकांश जगह को एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम द्वारा सर्च किया जा चुका है और नदी के किनारे भी खोज कार्य शुरू किया जा चुका है कहा कि यहां पर अब बहुत ही थोड़ा स्थान बचा हुआ है जहां पर खोजबीन की जानी शेष है
बताया कि तपोवन में भी तेजी से रेस्क्यू चल रहा है कहा कि जल्द ही एनडीआरएफ एसडीआरएफ आईटीबीपी आर्मी और प्रशासन की एक बैठक बुलाई गई है जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी