प्रेरणा बनीं राजस्थान की बेटियां:किसान की तीन बेटियों ने एक साथ तीन अलग-अलग विषयों में PHD हासिल की
देश में एक साथ तीन बहनों को डॉक्टरेट मिलने का सिर्फ दूसरा मामला
कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो मुश्किलें आपका रास्ता नहीं रोक सकतीं। राजस्थान के झुंझुनू जिले की तीन बहनों ने इस कथन को सच कर दिखाया है। इनके पिता का नाम मंगलचंद तिलोतिया है। मंगलचंद की तीन बेटियों सरिता, किरण और अनिता ने एक साथ और एक ही दिन पीएचडी की डिग्री हासिल की।
इन तीनों को जगदीश प्रसाद झाबरमल टिबरेवाला विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट मिली। खास बात है कि तीनों बहनों ने तीन अलग-अलग विषयों में डॉक्टरेट हासिल की। सरिता ने भूगोल, किरण ने रसायन शास्त्र यानी कैमिस्ट्री और अनिता ने एजुकेशन में पीएचडी हासिल की है।
मध्य प्रदेश की तीन बहनों को भी यह गौरव हासिल हुआ था
यह देश में दूसरा वाकया है, जब एक साथ तीन बहनें डॉक्टरेट से सम्मानित की गई हैं। इससे पहले, मध्य प्रदेश की तीनों बहनों को एक साथ पीएचडी से सम्मानित किया गया था। सरिता ने कहा, “हमारी पढ़ाई में सबसे ज्यादा योगदान पिता मंगलचंद तिलोतिया का है। उन्होंने हमेशा हमें पढ़ने और जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरित किया। हमारा जन्म भले ही गांव में हुआ, लेकिन पिता ने शुरुआत में ही हमें हॉस्टल भेज दिया। हमने जयपुर और झुंझुनू में पूरी की। पिता हमेशा कहते हैं कि जीवन में कभी फुल स्टॉप नहीं होना चाहिए। हमेशा बढ़ते रहना चाहिए।”
सरिता की उम्र 41 साल है। वहीं, किरण 37 और अनिता 35 साल की हैं। तीनों ने पीएचडी करने की योजना भी एक साथ बनाई थी।
शादी के बाद भी तीनों बहनों ने जारी रखी पढ़ाई
तीनों बहनें शादीशुदा हैं। सरिता ने भूगोल में कृषि विपणन पर शोध किया। किरण ने रसायन शास्त्र में जल प्रदूषण पर शोध किया है। अनिता ने शिक्षा में महिला सशक्तिकरण विषय में पीएचडी की है।